भारतीय क्रिकेट टीम ने अपने पहले फुल नेट सेशन में सफेद (वनडे और टी-20) और लाल (टेस्ट मैच) गेंद से एक साथ सभी खिलाड़ियों के साथ अभ्यास किया. पहले प्रैक्टिस सेशन में खिलाड़ियों ने जिम और रनिंग सेशन में भाग लिया था. खिलाड़ियों ने दूसरे दिन मैदान पर प्रैक्टिस करना सही समझा.
भारतीय दल के साथ टेस्ट विशेषज्ञ भी यात्रा कर रहे है. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने अपने सोशल मीडिया पर जो वीडियो साझा किया है, उसे देख कर समझा जा सकता है कि खिलाड़ी सफेद और लाल गेंद प्रारूप का अभ्यास एक साथ कर रहे हैं. भारत के दो विशेषज्ञ स्लिप फील्डर्स विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा को लंबे समय तक लाल गेंद के साथ कैच अभ्यास करते हुए देखा गया. वहीं, दूसरी तरफ भारतीय टीम के नए तेज गेंदबाज टी नटराजन नेट पर सफेद कूकाबुरा के साथ गेंदबाजी कर रहे थे.
नटराजन ने दिन के नेट सेशन में सफेद गेंद के लगभग सभी शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को गेंदबाजी की. बीसीसीआई ने ट्वीट किया, ‘हमने उन्हें आईपीएल में भी बहुत सफलता के साथ गेंदबाजी करते हुए देखा है और पहली बार भारतीय दल के लिए चुने जाने के बाद यहां नटराजन नेट सेशन में गेंदबाजी कर रहे हैं. सपना सच होने जैसा पल.’
सनराइजर्स हैदराबाद के मेंटॉर वीवीएस लक्ष्मण ने इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा ‘प्रेरक कहानी’. चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, पृथ्वी शॉ, हनुमा विहारी, ऋषभ पंत, रविचंद्रन अश्विन जैसे टेस्ट दल के खिलाड़ी केवल लाल गेंद से प्रशिक्षण लेंगे जबकि दोनों टीम में शामिल अन्य खिलाड़ी अभ्यास कार्यक्रम के अनुसार दोनों गेंद से होने वाले सत्रों में भाग लेंगे.
नेट पर दोनों प्रारूपों के खिलाड़ियों के साथ अभ्यास इसलिए कराया जा रहा ताकि वे परिस्थितियों के साथ ठीक से सामंजस्य बैठा सके. टेस्ट टीम के खिलाड़ियों ने मार्च के पहले सप्ताह के बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेला है. सीमित ओवरों की सीराज के बाद भारतीय टीम को टेस्ट मैच के लिए दो अभ्यास मुकाबले खेलने है, जिसमें से एक मैच गुलाबी गेंद (दिन-रात्रि) से होगा. टीम प्रबंधन चाहता है कि इन मैचों से पहले टेस्ट विशेषज्ञों को जितना संभव हो उतना नेट अभ्यास मिल सके. भारतीय टीम 27 नवंबर से तीन वनडे, तीन टी20 और चार टेस्ट मैच खेलेगी.