नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर उनके सहयोगी रहे कपिल मिश्र ने एक जमीन सौदे में 2 करोड़ रुपये ‘अवैध नकद’ लेने का आरोप लगाया और पार्टी तथा दिल्ली सरकार की ओर से उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि इस पर कोई यकीन नहीं करेगा. पार्टी ने न तो जांच की बात कही. न ही किसी के इस्तीफे की बात कही.
यह बात कई लोगों को हज्म नहीं हुई कि जो पार्टी आरोपों की राजनीति से ही सत्ता के शिखर पर पहुंच गई वही पार्टी अब अपने शीर्ष नेता पर लग रहे ‘घूस’ और भ्रष्टाचार के आरोपों पर केवल आरोप को नकारने का काम कर रही है. ईमानदारी के डंके पर राजनीति करने की बात करने वाली आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल मीडिया के सामने तक नहीं आए. मनीष सिसोदिया में भी इतना दम नहीं दिखा कि वे सवालों का सामना करते.
इस पूरे मामले में बीजेपी नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने कल एलजी अनिल बैजल से मुलाकात की थी. पार्टी किसी कानूनी राह पर बढ़ने के बारे में नहीं सोच रही है. लेकिन आज दिल्ली बीजेपी के नेता एक मीटिंग करने जा रहे हैं जिसमें पार्टी इस पूरे मुद्दे पर आगे की कार्रवाई पर विचार करेगी.
इस पूरे मुद्दे पर जब दिल्ली बीजेपी के उपाध्यक्ष राजीव बब्बर से बात की गई तब उन्होंने बताया कि कल हम लोग एलजी से मिले थे और इस पूरे मामले में कानूनी कार्रवाई की मांग की थी. बब्बर ने बताया कि एलजी दिल्ली के प्रशासक हैं इसलिए यह उनका क्षेत्राधिकार कि वह इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराएं या फिर एसीबी से जांच कराएं. एलजी जिससे चाहें जांच के लिए लिख सकते हैं. दिल्ली बीजेपी उपाध्यक्ष राजीव बब्बर ने बताया कि एलजी से किसी प्रकार का स्पष्ट आश्वासन तो नहीं मिला लेकिन उन्होंने कहा है कि वह जांच करवाएंगे. वे इस मुद्दे के तह तक जाने के लिए कुछ न कुछ करेंगे.
जब बब्बर से आप नेता और दिल्ली के पूर्व कैबिनेट मंत्री कपिल मिश्र के उस बयान पर सवाल किया गया जिसमें उन्होंने कहा था कि वह एलजी को सबूत भी देकर आए हैं तब उन्होंने बताया कि एलजी ने इस बारे में कुछ नहीं कहा. बब्बर ने कहा कि यह एलजी के विशेषाधिकार है. वह किसी को इस बारे में बताएं भी नहीं. संभव है कि वह जांच एजेंसी से इस सबूत के आधार पर जांच करने को कहें.