एयर स्ट्राइक के सबूत मांगने के बयान के बाद प्रदेश में राजनीतिक तौर पर मामला गरमाता जा रहा है. राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों ने अब उनके खिलाफ हमला बोल दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि वह मोदी के विरोध में अंधे हो गए हैं और पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं. बीजेपी ने उनके बयान की आलोचना करते हुए रविवार को पूरे प्रदेश में प्रदर्शन का ऐलान किया है,
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय सिंह की आलोचना करते हुए कहा कि वह मोदी विरोध में अंधे हो गए हैं. तकलीफ इस बात की है कि दिग्विजय सिंह पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं. ये देश के लिए कलंक है. उन्होंने आगे कहा कि मोदी का विरोध करते-करते दिग्विजय सिंह भारत माता का विरोध करने लगे हैं. उनके बयान के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) आज रविवार को पूरे प्रदेश में कांग्रेस के नेताओं द्वारा निरंतर अपमान किए जाने के विरोध कांग्रेस का पुतला जला रही है और धिक्कार सभाएं कर रही है.
उन्होंने दिग्विजय सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह पहले ही पहले मध्य प्रदेश को तबाह कर चुके हैं. अब वह देश को तबाह करने की कोशिश में लगे हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं उनके बयान और भाषा की निंदा करता हूं. सेना प्रमुख तक इस एयरस्ट्राइक पर पीसी कर चुके हैं. अगर वह हमारे सेना के सैन्य ताकत को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं तो धिक्कार है.’
मध्य प्रदेश के एक और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने भी दिग्विजय पर हमला बोला और कहा कि सेना के प्रधान ने सबूत दे तो दिए. सेना के प्रधान तो किसी पार्टी के नहीं हैं. वायुसेना प्रमुख, थल सेना प्रमुख, जल सेना प्रमुख ने सबूत दे तो दिए उनसे प्रश्न कीजिए. उन्होंने आगे कहा कि उनको इस बात का मलाल है कि नरेंद्र मोदी ने जो कार्रवाई की है वैसी कार्रवाई कांग्रेस ने अब तक क्यों नहीं की, मुंबई के अंदर 26/11 के हमले में 182 लोग मारे गए और उस समय किसी ने कार्रवाई नहीं की. उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार कह रहे हैं कि सेना स्वयं कार्रवाई करें.
बाबूलाल गौर ने इसके बाद बड़ा बयान देते हुए कहा कि इस एयर स्ट्राइक का फायदा आने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मिल सकता है. गौर ने कहा कि दिग्विजय सिंह को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन वो चुनाव से डर रहे हैं क्योंकि इसका लाभ नरेंद्र मोदी और बीजेपी को मिलेगा. यह राजनीतिक मामला है और बीजेपी को इसलिए लाभ मिलेगा क्योंकि हर युद्ध में रूलिंग पार्टी को ही फायदा मिलता है. भाई उन्होंने (आतंकवादियों) ने सेना के जवानों को मारा, सेना ने उनको मारा.
बीजेपी के हमले के बीच कमलनाथ सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री और दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह ने अपने पिता के बयान का समर्थन किया. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की सराहना के बयान पर जयवर्धन सिंह ने पिता की पैरवी करते हुए कहा, ‘मैंने बयान सुना है, उन्होंने कोई गलत बात नहीं की है.’
एयर स्ट्राइक के सबूत मांगने पर जयवर्धन ने कहा, ‘कितना डैमेज हुआ है, वह बस इसी की जानकारी मांग रहे हैं और देश भी यह जानकारी मांग रहा है.’ साथ ही जयवर्धन ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी बौखलाहट में है क्योंकि 15 साल में वो जो काम नहीं कर सकी उसे कांग्रेस ने सत्ता में आने के महज 60 दिन में कर दिया और इसी की बौखलाहट बीजेपी में दिख रही है और इन दिनों उसके नेता अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं.
शिवराज सिंह चौहान से पहले मध्य प्रदेश के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और सांसद राकेश सिंह ने भी दिग्विजय सिंह के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन्हें पाक परस्त कहा. राकेश सिंह ने कहा कि कांग्रेस और उसके नेता इस देश की राजनीति में धीरे-धीरे काले धब्बे बनते जा रहे हैं. उनके लिए पाकिस्तान के प्रति प्रेम और पाक में वोटों की फसल देखना आम बात हो गई है. ऐसे करते-करते अब वह सेना के मनोबल को तोड़ने और सैनिकों का अपमान करने का दुस्साहस करने लगे हैं’.
दिग्विजय सिंह पर निशाना साधने के साथ ही राकेश सिंह ने यह मांग भी की दिग्विजय सिंह और कांग्रेस के अन्य नेताओं को अपने कृत्य पर सैनिकों से माफी मांगनी चाहिए और उन्हें देश के नाम पर घिनौनी राजनीति करने से बाज आना चाहिए.
राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने भी दिग्विजय ने सबूत वाले बयान पर ऐतराज जताते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह को देशद्रोही मानसिकता से बाज आना चाहिए.