एयर इंडिया की स्थिति को सुधारने के लिए सरकार तमाम प्रयास कर रही है। नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा है कि एयर इंडिया भारी कर्ज के बोझ से जूझ रहा है इससे निपटने की जरूरत है। जानकारी के लिए बता दें कि घाटे में चल रही एयरलाइन कंपनी पर करीब 48,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज होने की उम्मीद है।
एयर इंडिया का जबसे वर्ष 2007 में इंडियन एयरलाइन के साथ विलय हुआ है तब से यह नुकसान में चल रही है। ऑडिट किये गये खातों के अनुसार, वर्ष 2016-17 में एयरलाइन का कुल मिलाकर नुकसान 47145.62 करोड़ रुपये रहा है।