केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि सरकार एयर इंडिया का निजीकरण करने के लिए तैयार है और कंपनियां तथा संभावित खरीदार इसके अधिग्रहण में रुचि दिखा रहे हैं।
पुरी ने कहा कि उनके पास इस संबंध में जानकारी लेने के लिए दुनिया भर से फोन आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अधिग्रहण कम से कम समय में बेहतर समझौते के साथ पूरा किया जाएगा। मंत्री के मुताबिक एयर इंडिया को खरीदने वाले इसे निजी कंपनियों के नियमों के मुताबिक चला सकेंगे।
संसद ने इसी महीने की तीन तारीख को एयरपोर्ट इकोनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया बिल, 2019 में संशोधन को मंजूरी दी थी। सरकार ने कहा था कि वह एयर इंडिया का निजीकरण करने के लिए प्रतिबद्ध है क्योंकि इसका कर्ज क्षमता से ज्याद बढ़ गया है।
सरकार ने पिछले वर्ष भी एयर इंडिया के विनिवेश की तैयारी की थी। लेकिन उस वक्त उसे एक भी खरीदार नहीं मिल पाया। जानकारों के मुताबिक विनिवेश के लिए सरकार ने कई ऐसी शर्ते रखी थीं, जिनका संभावित खरीदार पालन करने में कठिनाई महसूस कर रहे थे। उनमें सबसे प्रमुख थे – विनिवेश के बावजूद कंपनी पर सरकार का नियंत्रण और कर्मचारियों की संख्या में कमी नहीं करने की बाध्यता। माना जा रहा है कि अब सरकार विनिवेश की प्रक्रिया पूरी कर लेने के लिए ऐसी कई शर्तो से किनारा कर सकती है।