एमएस धोनी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में संपन्न वन-डे सीरीज के अंतिम दो मैचों में आराम दिया गया और युवा ऋषभ पंत को मौका मिला। मगर युवा विकेटकीपर बल्लेबाज को विकेट के पीछे लचर काम करने की वजह से खरीखोटी सुननी पड़ी।
21 वर्षीय पंत ने अंतिम दो मैचों में 52 रन बनाए। हालांकि, जल्द ही उनकी तुलना एमएस धोनी से होने लगी। इस बारे में अपनी राय देते हुए एएनआई से पंत ने कहा, ‘मैं तुलना के बारे में ज्यादा नहीं सोचता। मैं धोनी से बहुत कुछ सीखने की कोशिश करता हूं। वह खेल के लीजेंड हैं। मुझे उनके साथ तुलना पसंद नहीं, लेकिन मैं ऐसा करने से लोगों को रोक नहीं सकता। मैं उनके करीब हूं और हर मामले में बातचीत करता हूं कि कैसे अपना खेल सुधार सकता हूं। मैं उनसे मैदान के अंदर और बाहर बातचीत करता हूं।’
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में सफल नहीं होने के बावजूद पंत ने बताया कि उन्होंने कप्तान विराट कोहली और धोनी से बहुत कुछ सीखा। उन्होंने कहा, ‘मैंने कोहली और धोनी से बहुत कुछ सीखा जैसे अनुशासन। कैसे दबाव झेलना है और कैसे दूसरों की गलतियों से सबक लेते हुए अपने खेल में सुधार करना है। बहुत कुछ सीखने को मिला।’
पूर्व महान ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर शेन वॉर्न ने कहा था कि वह युवा पंत को विश्व कप में खेलते देखना पसंद करेंगे। इस बारे में पंत ने कहा, ‘मैं इस समय विश्व कप के बारे में बिलकुल नहीं सोच रहा हूं क्योंकि हम भारत में खेल रहे हैं जबकि विश्व कप इंग्लैंड में होना है। पिछले सप्ताह हमने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज खेली और अब आईपीएल खेलना है। इसलिए हमे नियमित मैच खेलने हैं। जब मैं इंग्लैंड जाऊंगा तभी विश्व कप के बारे में सोचूंगा।’
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं जब ऑस्ट्रेलिया गया था तब मन में था कि भारत के बाहर सीरीज जीतना है। टीम के सभी सदस्य सोच रहे थे कि कुछ अलग करके अपनी टीम को जीत दिलानी है। जब भी हम मैदान में उतरते हैं तो मैच जीतने के बारे में सोचते हैं। हमारा पूरा ध्यान इसी चीज पर लगा रहता है।’