विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने दिसंबर महीने में अभी तक हुए 6 कारोबारी दिनों में शेयर बाजार में कुल 26,505 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इससे पहले अक्टूबर में एफपीआई ने बाजार में 9000 करोड़ रुपये डाले थे।
अगस्त और सितंबर में कि थी निकासी
निवेश से पहले अगस्त और सितंबर में एफपीआई ने बाजार से कुल 39,300 करोड़ रुपये निकाले थे। विशेषज्ञों के मुताबिक आगामी हफ्ते में भी एफपीआई अपना निवेश जारी रख सकते हैं।
पीटीआई को जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा,
2024 के आम चुनावों के बाद राजनीतिक स्थिरता के संकेत, भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूत विकास गति, मुद्रास्फीति में कमी, अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में लगातार गिरावट और ब्रेंट क्रूड में सुधार ने स्थिति को भारत के पक्ष में मोड़ दिया है।
मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के एसोसिएट डायरेक्टर – मैनेजर रिसर्च, हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा,
अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड यील्ड में कमी ने विदेशी निवेशकों को जोखिम-रिटर्न प्रोफाइल में सुधार को देखते हुए भारतीय इक्विटी बाजारों में निवेश का पुनर्मूल्यांकन करने के लिए प्रेरित किया है।
किस सेक्टर में एफपीआई ने किया निवेश?
एफपीआई ने इस बार बैंकिंग सेक्टर में निवेश किया है जहां वे पहले निकासी कर रहे थे। इसके अलावा लार्ज कैप सेगमेंट जैसे आईटी, टेलीकॉम, ऑटोमोबाइल और कैपिटल गुड्स में भी एफपीआई ने निवेश किया है।
डेट मार्केट में कितना आया निवेश?
बॉन्ड के संबंध में, समीक्षाधीन अवधि के दौरान डेट मार्केट में 5,506 करोड़ रुपये का निवेश आया। इस साल अब तक एफपीआई ने इक्विटी बाजारों में 1.31 लाख करोड़ रुपये और डेट बाजारों में 55,867 करोड़ रुपये का निवेश किया है।