एनीमिया होने पर शरीर इन तरीकों से देता है चेतावनी…

अगर एनीमिया का इलाज जल्दी न करवाया जाए तो यह घातक साबित हो सकता है। इसलिए एनीमिया के लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए। हालांकि इसके लक्षण काफी धीरे-धीरे विकसित होते हैं लेकिन थोड़ी सतर्कता बरतकर इसकी पहचान की जा सकती है। आइए जानें एनीमिया के लक्षण कैसे होते हैं।

एनीमिया के कारण शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है

आयरन और विटामिन-बी12 की कमी के कारण एनीमिया हो सकता है

कुछ लक्षणों की मदद से एनीमिया का पता लगाया जा सकता है

फेफड़ों से शरीर के दूसरे हिस्सों तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम हीमोग्लोबिन करता है। इसलिए शरीर में इसकी मात्रा सही होनी जरूरी है। हालांकि, कई बार आयरन की कमी या विटामिन-बी12 कम होने की वजह से रेड ब्लड सेल्स कम बनने लगते हैं। इस कंडिशन को एनीमिया कहते हैं।

शरीर में हीमोग्लोबिन कम होने की वजह से सभी टिश्यूज तक सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता है। इसके कारण शरीर में कई लक्षण दिखाई देने शुरू हो जाते हैं। हालांकि, ये लक्षण काफी धीरे शुरू होते हैं और अक्सर इन्हें थकान या बिजी लाइफस्टाइल का नतीजा मानकर इग्नोर कर दिया जाता है। लेकिन अगर इन लक्षणों पर ध्यान दिया जाए, तो एनीमिया का जल्दी पता लगाया जा सकता है। आइए जानें एनीमिया के लक्षण कैसे होते हैं।

थकान और कमजोरी
यह एनीमिया का सबसे सामान्य और अहम लक्षण है। शरीर में ऑक्सीजन की कमी के कारण व्यक्ति हमेशा थका-थका और सुस्त महसूस करता है। उसे लगता है कि उसके शरीर में एनर्जी की कमी है और छोटे-छोटे काम करने में भी काफी थकान होती है। यह सिर्फ नींद पूरी न होने की थकान नहीं, बल्कि दिनभर बनी रहने वाली कमजोरी है।

त्वचा का पीला पड़ना
हीमोग्लोबिन की कमी के कारण खून का रंग हल्का पड़ जाता है, जिसका सीधा असर त्वचा के रंग पर दिखाई देता है। व्यक्ति की त्वचा, नाखून, पलकों के अंदर का हिस्सा और हथेलियां सामान्य से ज्यादा पीली दिखने लगती हैं। यह लक्षण गंभीर एनीमिया का साफ संकेत है।

सांस फूलना
जब शरीर को भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाता, तो उसकी कमी पूरी करने के लिए रेस्पिरेटरी सिस्टम तेजी से काम करने लगता है। शरीर ज्यादा ऑक्सीजन लेने के लिए सांसों की गति बढ़ा देता है। इस कारण सामान्य एक्टिविटीज, जैसे- चलना, सीढ़ियां चढ़ना या थोड़ा बहुत काम करने पर भी सांस फूलने लगती है।

चक्कर आना और सिरदर्द
दिमाग तक भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन न पहुंच पाने के कारण चक्कर आना, सिर हल्का महसूस होना या लगातार सिरदर्द की शिकायत हो सकती है। अचानक खड़े होने पर चक्कर आना इसका एक आम लक्षण है।

सीने में दर्द और धड़कन तेज होना
ऑक्सीजन की कमी की भरपाई करने के लिए दिल को सामान्य से ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इससे दिल की गति बढ़ जाती है, जिसे ‘हार्ट पाल्पिटेशन’ कहते हैं। कभी-कभी दिल की मांसपेशियों को भरपूर ऑक्सीजन न मिलने के कारण सीने में दर्द भी महसूस हो सकता है।

इन लक्षणों पर भी दें ध्यान

पल्सटाइल टिनिटस- इसमें व्यक्ति को अपने कान के अंदर या सिर में अपनी खुद की धड़कनें सुनाई देती है, खासकर जब वह लेटा होता है।
हाथ-पैर ठंडे रहना- शरीर का ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होने की वजह से हाथ और पैर हमेशा ठंडे रह सकते हैं।

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