एजेंसी/ नई दिल्ली : एनजीओ लोयर्स कलेक्टिव पर विदेशों से चंदा लेने के मामले में रोक लगा दी गई। इस दौरान विदेशी चंदा विनिमय कानून का कथित उल्लंघन किया गया। जिसका लाइसेंस 6 माह हेतु निलंबित कर दिया गया। दरअसल यह एनजीओ लोकप्रिय अभिभाषक इंदिरा जयसिंह का है। मिली जानकारी के अनुसार गृहमंत्रालय ने लाईसेंस को निलंबित कर दिया। इस तरह के एनजीओ से एफसीआरए के विभिन्न प्रावधानों के उल्लंघन को लेकर 30 दिनों में उन्हें उत्तर देना होगा।
इस मामले में कहा गया है कि लोयर्स कलेक्टिव को वर्ष 2006 – 2007 और 2013 से 2014 के मध्य विदेशी चंदा दिया गया। केंद्रीय गृहमंत्रालय को एनजीओ के वार्षिक रिटर्न को फाइल करने में विसंगति दिखाई दी। एनजीओ में इंदिरा जयसिंह सचिव के तौर पर काम कर रहे थे। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में अतिरिक्त सॉलीसीटर जनरल रही थीं। इस मामले में एजीओ ने उनके द्वारा दिए अपने उत्तर को लेकर कहा कि जो रिकॉर्ड उनके द्वारा उपलब्ध करवाए गए कि रिकॉर्ड का विस्तार से परीक्षण करवाया गया।
उन्होंने पाया कि वे संतोषजनक नहीं हैं। विभिन्न उल्लंघनों को लेकर उन्होंने कहा कि इसमें किसी तरह की सफाई नहीं दी गई। इस मामले में एनजीओ ने नोटिस दिया और कहा कि एनजीओ द्वारा जो बचाव किया गया। जिस तरह से सफाई दी गई उससे ही किसी तरह के निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है। केंद्रीय गृहमंत्रालय द्वारा कहा गया कि यह बहुत ही आश्चर्य की बात है। आखिर एक वरिष्ठ सॉलीसीटर जनरल इस तरह की अनियमितता कर सकती हैं।