वाईएसआर कांग्रेस और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) दोनों के सांसद बजट सत्र के अंतिम दिन संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे सकते हैं। विशेष पैकेज या विशेष राज्य का दर्जे के सवाल पर आमने सामने आए दोनों प्रतिद्वंद्वी दलों ने बीते शुक्रवार को एक ही दिन लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था। इस मुद्दे पर वाईएसआर कांग्रेस के सांसदों द्वारा इस्तीफे की भनक लगने के बाद टीडीपी ने भी इसी राह चलने का फैसला कर लिया है। गौरतलब है कि दोनों दल सोमवार को एक बार फिर से मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस देने वाले हैं।
गौरतलब है कि विशेष पैकेज के सवाल पर आम बजट पेश होने के दिन से संसद में वाईएसआर कांग्रेस और टीडीपी के बीच इस मुद्दे का श्रेय लेने की होड़ मची है। इसी बीच टीडीपी को जैसे ही इस मुद्दे पर वाईएसआर कांग्रेस द्वारा मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस देने की खबर लगी, पार्टी ने सरकार के बाद राजग से भी अलग होने की घोषणा कर दी।
आनन-फानन टीडीपी ने भी लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। टीडीपी के वरिष्ठ नेता थोथा नरसिंहम ने कहा कि विशेष राज्य का दर्जा टीडीपी का मुद्दा है। शुरू में इस मुद्दे से दूर रही वाईएसआर कांग्रेस अब इस मुद्दे को हड़पना चाहती है। जबकि सबको पता है कि विशेष राज्य का दर्जा के लिए हमारे मंत्रियों ने सरकार से त्यागपत्र दिया। पार्टी ने राजग से नाता तोड़ा। हम इस मुद्दे पर त्याग की किसी भी सीमा तक जा सकते हैं।