राज्यसभा के आठ सांसदों के निलंबन पर रार जारी है. अपने साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए उपसभापति हरिवंश आज एक दिन के उपवास पर हैं, तो सांसदों के समर्थन में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) चीफ शरद पवार ने एक दिन के उपवास का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि सदस्यों को अपनी राय व्यक्त करने के लिए निष्कासित कर दिया गया था.
एनसीपी नेता शरद पवार ने कहा कि राज्यसभा में किसानों से जुड़े बिल पर चर्चा होनी थी. बिल को लेकर सवाल थे. प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि चर्चा नहीं चाहते थे. वे (निलंबित सांसद) जानना चाहते थे कि कौन सा नियम वाइस चेयरमैन द्वारा लागू किया जा रहा है. जब सदस्यों को प्रतिक्रिया नहीं मिली तो वे वेल में आ गए. मैंने कभी इस तरह से बिल पास होते नहीं देखा.
शरद पवार ने कहा कि बिल को ध्वनि मत से पास कराया गया और उस पर सांसदों ने अपनी प्रतिक्रयिा दी. सदस्यों को अपनी राय व्यक्त करने के लिए निष्कासित कर दिया गया था. सदस्यों के अधिकारों को छीनने का प्रयास है. उपसभापति ने नियमों को प्राथमिकता नहीं दी. वह उनके विरोध के दौरान उन्हें चाय परोसने गए थे. मैं आज निलंबित सदस्यों के समर्थन में उपवास पर रहूंगा.
शरद पवार ने आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. इसके बाद शरद पवार ने कहा कि मैं मराठा आरक्षण मुद्दे के लिए यहां आया था. हमें सुप्रीम कोर्ट में अपील करनी है और इसीलिए मैं मुख्यमंत्री से मिल रहा हूं. वे जल्द ही इन बिलों को पारित करना चाहते थे. राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट में अपील कर रही है.