उत्तर प्रदेश में मजदूरों के लिए बसों को लेकर सरकार और कांग्रेस के बीच विवाद जारी है. प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिेनेश शर्मा का आरोप है कि कांग्रेस सियासत कर रही है.
उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस बिना जांच किए लोगों को ऐसे भेजेगी तो कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ेगा. इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा.
मजदूरों के वापसी के सवाल पर डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि सरकार के पास पर्याप्त साधन और संसाधन है. हमने पर्याप्त संख्या में ट्रेन और बसें लगा रखी हैं.
हम मजदूरों को बकायदा मेडिकल जांच करके भोजन पैकेट के साथ ला रहे हैं. कांग्रेस पार्टी उस वक्त कहां थी, जब हम कोटा से बच्चों को ला रहे थे, तब उन्होंने बस क्यों नहीं दी.
इस बीच कांग्रेस ने हजार बसें तो रवाना कर दी है, लेकिन ये बसें सीमा पर खड़ी है. सरकार और कांग्रेस के बीच चिट्ठी के जरिए आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है.
एक दिन पहले गलत जानकारी देने को लेकर यूपी सरकार ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और प्रियंका गांधी वाड्रा के सचिव पर केस दर्ज करा दिया गया तो आज फिर प्रियंका के सचिव की तरफ से सरकार को पत्र लिखा.
प्रियंका गांधी के सचिव संदीप सिंह ने लिखा कि हम कल सुबह से बसों के साथ बॉर्डर पर खड़े हैं. हमें नोएडा – गाजियाबाद की ओर जाने पर रोका गया है.
साथ ही आगरा बॉर्डर पर यूपी पुलिस ने हमें रोक लिया और पुलिस ने यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय लल्लू के साथ दुर्व्यवहार किया. पत्र में कहा गया है कि आज शाम 4 बजे तक हम यहीं डटे रहेंगे.