उन्नाव के असोहा में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बुआ भतीजी का अंतिम संस्कार उन्हीें के खेत में कराया जा रहा है। इस दौरान पूरे गांव और आसपास के क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात है।
उन्नाव में असोहा थाना क्षेत्र के बबुरहा गांव में दोनों किशोरियों की मौत जहर से हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। विसरा सुरक्षित कर फोरेंसिक लैब में जहर की जांच कराई जाएगी। मृतक किशोरियों के शरीर पर एक भी चोट के निशान नहीं मिले हैं। हाथ-पैर बांधे जाने के साक्ष्य न तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आए हैं और न ही पुलिस की जांच में। दिनभर गांव में नेताओं का तांता लगा रहा।
बता दें कि गुरुवार शाम शवों को दफनाने के लिए गड्ढे खोदने के लिए बुलाई गई जेसीबी का रास्ता ग्रामीणों ने रोक दिया था। जिससे देर शाम तक दोनों किशोरियों का अंतिम संस्कार नहीं किया जा सका था। घटना में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या और साक्ष्य मिटाने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। गांव निवासी काजल (16) अपनी चचेरी बहन रोशनी (14) और भतीजी कोमल (12) के साथ बुधवार दोपहर तीन बजे खेतों से चारा लेने गई थीं।