हिमालय के पांचवें धाम श्री हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट आगामी दस अक्टूबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। सिखों के इस सबसे ऊंचे तीर्थ में इस बार अब तक 2.68 लाख श्रद्धालु पवित्र सरोवर में डुबकी लगाकर मत्था टेक चुके हैं।
हेमकुंड गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के वरिष्ठ प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि वर्ष 2013 की आपदा के बाद पहली बार इतनी तादाद में श्रद्धालु हेमकुंड साहिब पहुंचे हैं। गत एक जून को कपाट खुलने के साथ ही धाम में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ने लगा था। इससे गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी समेत स्थानीय व्यवसायियों को काफी लाभ हुआ है।
विदित हो कि चमोली जिले में समुद्रतल से 15225 फीट की ऊंचाई पर स्थित हेमकुंड साहिब में सिखों के दसवें एवं अंतिम गुरु गोविंद सिंह महाराज ने पूर्व जन्म में तपस्या की थी। इसका उल्लेख उन्होंने स्वयं अपनी पुस्तक में किया है।
दूसरी ओर, हिंदुओं की आस्था के केंद्र लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट भी हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे के साथ ही दस अक्टूबर को बंद किए जाएंगे। लोकपाल मंदिर गुरुद्वारे से लगभग 50 मीटर के फासले पर है। इसलिए गुरुद्वारा आने वाले श्रद्धालु लोकपाल के दर्शन भी अवश्य करते हैं।