कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति से उपजे असंतोष को देखते हुए डैमेज कंट्रोल शुरू कर दिया है। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने गुरुवार को भी कुछ विधायकों से बातचीत की। हाईकमान के स्तर से प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव भी लगातार आर्य और माहरा के संपर्क में हैं। बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी, रवि बहादुर, खुशहाल सिंह अधिकारी से उनकी बातचीत हो चुकी है। हालांकि धारचूला विधायक हरीश धामी और द्वाराहाट विधायक मदन बिष्ट की नाराजगी अभी कायम है।
विधायक निवास में गुरुवार सुबह खुशहाल सिंह अधिकारी माहरा से मिले। सूत्रों के अनुसार, उनके कुछ व्यक्तिगत गिलेशिकवे थे, जो मुलाकात के दौरान पूरी तरह खत्म हो गए। उन्होंने कहा कि वो पार्टी के निर्णय के साथ हैं। मालूम हो कि प्रदेश में शीर्ष पदों पर नियुक्ति के बाद से कांग्रेस में नाराजगी का माहौल है। धारचूला विधायक हरीश धामी इस असंतोष की कमान संभाले हुए हैं।
धामी पार्टी छोड़ने, नया दल बनाने के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए सीट छोड़ने तक का बयान दे चुके हैं। हालांकि फिलहाल धामी के तेवर कुछ शांत है। गुरुवार को वो मीडिया से बातचीत से बचते रहे। शाम को विधायक मदन बिष्ट ने कहा कि विषय अभी बरकरार है। हम कुछ विधायक बातचीत कर रहे है। सर्वसम्मति से ही आगे किसी फैसले पर बढ़ा जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा, ‘विधायकों में किसी भी प्रकार का असंतोष नहीं है। मेरी करीब-करीब सभी से बातचीत हो चुकी है। कांग्रेस पूरी तरह से एकजुट है। असंतोष की बात को कुछ पार्टी विरोधी तत्व प्रचारित कर रहे हैं।’
प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा, ‘यह सिर्फ सियासी कयासबाजी भर है। मैंने अधिकांश विधायकों से खुद बातचीत की है। पार्टी में कोई भी असंतुष्ट नहीं है। सभी विधायक, पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता, हाईकमान के फैसले के साथ हैं।’