उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में मंगलवार को गंगा में तैरते बॉक्स में मिली 21 दिन की बच्ची के बाद बुधवार को आजमगढ़ जिले में एक नवजात तालाब किनारे मिला है। ग्रामीणों को मिले नवजात की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चे को कब्जे में लेकर उपचार के लिए भेज दिया।
आजमगढ़ रानी की सराय थाना क्षेत्र के दिलौरी गांव स्थित तालाब के पास झाड़ियों में एख नवजात बच्चा रोता हुआ मिला। सुबह पोखरे के पास घूम रहे कुछ युवकों ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी। मौके पर जाकर देखा तो एक नवजजात जमीन पर पड़ा रो रहा था। देखते-देखते वहां ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई।
गांव में तैनात चौकीदार ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चे को कब्जे में लेकर उपचार के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। जहां बच्चे का उपचार चल रहा है। थाना प्रभारी रानी की सराय दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि दिलौरी गांव में बच्चा मिला है, किसी ने लोकलाज के डर से बच्चा वहां छोड़ दिया है। बच्चे का उपचार चल रहा है। बच्चा स्वस्थ है, उसकी देखभाल की जा रही है।
गाजीपुर में मिली बच्ची
गाजीपुर जिले के सदर कोतवाल ने विमल मिश्रा ने बताया कि ददरी घाट पर गंगा किनारे एक लकड़ी के बक्से से बच्चे के रोने की आवाज आई। एक नाविक ने आवाज सुनी और पास जाकर देखा तो बक्से में एक बच्ची रो रही थी। लोग भी जुट गए। लोगों को हैरानी तब हुई जब बक्से पर देवी-देवताओं के लगे फोटो पर नजर गई। साथ ही बक्से में एक जन्म कुंडली भी मिली है। मासूम को नाविक अपने घर ले गया। उसके परिजन बच्ची को पालना चाहते थे, लेकिन लोगों ने मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस बच्ची को आशा ज्योति केंद्र ले गई।