उत्तर-पूर्वी भारत में बुधवार दोपहर बाद भूकंप के झटके महसूस किए गए। म्यांमार में भूकंप की तीव्रता 6.7 बताई गई। असम, बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप का झटका करीब चार बज कर दस मिनट पर महसूस किया गया। जमीन से करीब 91 किलोमीटर अंदर भूकंप बताया गया है।
झटके कोलकाता, गुवाहाटी व बिहार में पटना तक महसूस किए गए। पटना के अलावे पूर्णिया, बेगूसराय, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, जहानाबाद, गया सहित कई जिलों में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए। पटना में करीब तीन सेकंड तक झटके महसूस किए गए। राज्य के बाकी हिस्सों में भी भूचाल महसूस किया गया। बिहार में पिछले वर्ष अप्रैल महीने में लगातार आए भूकंप के झटके से 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।
कोलकाता में भूकंप के झटके महसूस किए जाने के बाद लोग अपने घरों और दफ्तरों से डर की वजह से बाहर निकल आए। लोगों का कहना है कि उन्होंने करीब 10 सेकंड तक भूकंप के झटके महसूस किए।भूकंप के बाद कोलकाता में मेट्रो सेवा रोक दी गई।
झारखंड की राजधानी रांची समेत राज्य के अन्य भागों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भूकंप के झटके रांची के अलावा बोकारो,जमशेदपुर और देवघर,समेत संथाल परगना के अनेक हिस्सों में महसूस किए गए।
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में भी भूकंप का झटका महसूस किया गया।
भूकंप से जान-माल को क्षति की खबरें फिलहाल नहीं मिली हैं। विस्तृत ब्यौरे की प्रतीक्षा है।
म्यांमार के मध्य भाग में रिक्टर पैमाने पर 6.8 की तीव्रता के भूकम्प के झटके महसूस किए गए। यह जानकारी अमेरिका के भूगर्भ सर्वेक्षण विभाग ने दी। भूकम्प का केंद्र मेकटीला कस्बे से 143 किलोमीटर पश्चिम में जमीन के स्तह के नीचे 91 किलोमीटर की गहराई में था। भूकम्प से म्यांमार के सबसे बड़े शहर यांगून तथा अन्य शहरों की इमारतें हिल गई। म्यांमार से पूर्व में स्थित बैंकाक और पश्चिम में स्थित बांग्लादेश में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।
इससे पहले बीते सोमवार को भी दिल्ली और इससे सटे हरियाणा में सोमवार को मध्यम तीव्रता का भूकंप महसूस किए गए थे. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.5 मापी गई थी।