उच्च शिक्षा की पढ़ाई और डिग्री में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने नया कदम बढ़ाया है। इसके लिए देश भर के सभी 127 मानित विश्वविद्यालय को निर्देश दिया है कि वह विश्वविद्यालय के बारे में पोर्टल पर पूरी जानकारी अपडेट करें। इससे देश भर में कहीं से, कोई भी व्यक्ति किसी मानित विश्वविद्यालय में दाखिले से जुड़ी जानकारी हासिल कर सकेगा। या फिर एक ही क्लिक पर शिकायत भी अपनी दर्ज करा सकेंगे।
यूजीसी को मानित विश्वविद्यालय मिल रही थी शिकायत
दरअसल, हाल के दिनों में यूजीसी के पास मानित विश्वविद्यालय के कोर्स की मान्यता व ऑफ कैंपस आदि को लेकर शिकायत आ रही थी। दाखिला लेने से पूर्व लोगों को इस बात की भी जानकारी नहीं मिल पा रही थी कि कौन से कोर्स संचालित करने की अनुमति है या नहीं। इन समस्याओं को दूर करने के लिए यूजीसी ने अब नया वेब पोर्टल deemed.ugc.ac.in शुरू किया है। साथ ही निर्देश दिया है कि इस पोर्टल पर विश्वविद्यालय से जुड़ी सभी जानकारियां सभी मानित विश्वविद्यालय उपलब्ध कराएं। यह सार्वजनिक होगी। विश्वविद्यालयों को निर्देश दिया गया है कि वह प्रतिवर्ष एक नवंबर से 31 दिसंबर के बीच पोर्टल पर हर हाल में सूचना अपडेट करें।
उत्तर प्रदेश में हैं नौ मानित विश्वविद्यालय
यूजीसी की ओर से जारी सूची के मुताबिक उत्तर प्रदेश में कुल नौ मानित विश्वविद्यालय हैं। प्रयागराज में दो हैं। नैनी में सैम हिग्गिनबॉटम यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी एंड साइंसेज की स्थापना 15 मार्च 2000 को और जमुनीपुर के कोटवा में नेहरू ग्राम भारती विश्वविद्यालय की स्थापना 27 जून 2008 को हुई थी। इसके अलावा लखनऊ, वाराणसी, आगरा, इज्जतनगर, नोएडा, मेरठ और गाजियाबाद में एक-एक विश्वविद्यालय हैं।
छात्र-अभिभावक से भी सीधा संपर्क हो सकेगा
यूजीसी के सचिव रजनीश जैन की ओर से जारी नोटिस के मुताबिक मानित विवि से जुड़ी शिकायत और सुझाव छात्रों के अलावा अभिभावक भी सीधे पोर्टल पर कर सकते हैं। विवि को सालभर के शैक्षणिक प्रगति के बारे में भी जानकारी इस पोर्टल पर देनी होगी। नए मानित विवि अब यूजीसी से मान्यता के लिए ऑनलाइन आवेदन करेंगे। इनकी प्रगति के बारे में भी जानकारी ऑनलाइन मिलेगी। नए विभाग, नए कोर्स और नए स्कूल आदि के लिए भी यूजीसी ऑनलाइन आवेदन लेगा।