ईरान के खुफिया मंत्री ने कहा है कि जासूसी के खिलाफ और दोहरी नागरिकता प्राप्त लोगों पर कार्रवाई के तहत ‘‘दर्जनों जासूसों’’ को गिरफ्तार किया गया है. खुफिया मंत्री महमूद अलवी ने हालांकि टीवी पर प्रसारित इंटरव्यू में ‘‘दर्जनों जासूसों’’ का ब्योरा नहीं दिया और न ही ये बताया कि उन्हें कब गिरफ्तार किया गया.
उन्होंने दावा किया कि ईरान ने एक ऐसे देश की कैबिनेट में अपना एजेंट शामिल कराया था जिसकी खुफिया सेवा बहुत मजबूत है. रूढ़िवादी ‘तस्नीम’ न्यूज एजेंसी ने कहा कि ये इस्राइल के पूर्व ऊर्जा एवं आधारभूत संरचना मंत्री गोनेन सेगेव की तरफ इशारा है जिन्हें पिछले महीने यरूशलम की एक अदालत में जासूसी के मामले में आरोपित किया गया. अलवी ने इंटरव्यू में कहा, ‘‘वित्तीय तौर पर और अन्य साधनों के जरिए, हमारे दुश्मन हमारे देश के बारे में सूचना हासिल करने की कोशिश करते हैं.’’ मंत्री ने कहा, ‘‘वे जासूसी और घुसपैठ के जरिए काम करते हैं. सौभाग्यवश, जासूसी निरोधक शाखा इस मंत्रालय की सबसे मजबूत शाखाओं में से है.’’
उन्होंने ये भी कहा कि दोहरी नागरिकता प्राप्त ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई के ठोस प्रयास हो रहे हैं जिन्होंने आधिकारिक पद संभाल रखे हैं. अलवी ने कहा, ‘‘अगर आप किसी को जानते हैं तो हमें उनके बारे में बताएं.’’ मंत्री ने इस्लामिक स्टेट (आईएस) ग्रुप के सुन्नी मुस्लिम चरमपंथियों से खतरे का भी जिक्र किया. आईएस शिया बहुल ईरान को क्षेत्र में अपने सबसे प्रमुख दुश्मनों में से एक मानता है. उन्होंने कहा कि पिछले साल 230 ‘‘आतंकवादी सेल’’ का पता लगाया गया. उन्होंने कहा, ‘‘हमने यूनिवर्सिटी और मेट्रो जैसी जगहों पर हमलों को नाकाम किया, लेकिन हमने इसके बारे में बहुत कम सूचना साझा की.’’
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