अमेरिका और ईरान के बीच तनातनी जारी है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्होंने ईरान में 52 स्थान चिन्हित किए हैं और अगर ईरान ने अपने कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने की कोशिश करेगा तो अमेरिका ईकान के ठिकानों पर बहुत तेज और बहुत खतरनाक हमला करेगा.
वहीं, ईरान भी पीछे हटने को तैयार नहीं है. एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक, ईरान के सरकारी टीवी में कहा गया है कि ईरान अब 2015 के अपने परमाणु समझौते का किसी भी सूरत में पालन नहीं करेगा. साथ ही ईरान अपना परमाणु कार्यक्रम भी फिर से शुरू करेगा.
अमेरिकी हमले में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद पूरे मध्य पूर्व में जंग के बादल मंडरा रहे हैं. ईरान ने बदले की कार्रवाई करते हुए दो अमेरिकी ठिकानों पर रॉकेट दागे, तो उधर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि ईरान में 52 ठिकाने उनके निशाने पर हैं जिन्हें वे बर्बाद कर सकते हैं.
जंग की इस तनातनी के बीच यूरोपीय संघ ने अमन और शांति बहाली की अपील की है. यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख जोसेफ बॉरेल ने शनिवार को तनाव घटाने पर जोर दिया और दोनों देशों से शांति बहाली की अपील की. बता दें, सुलेमानी की हत्या के बाद ईरान ने अमेरिका से बदले का प्रण लिया है और वहां के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खोमैनी ने अमेरिका का अंजाम भुगतने की धमकी दी है.
सुलेमानी की मौत के बाद अमेरिका के 70 शहरों में अब तक मार्च निकाले जा चुके हैं. कई अमेरिकी ट्रंप की कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं. व्हाइट हाउस के बाहर प्रदर्शनकारियों ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, ‘हम नहीं चाहते हैं कि हमारे देश को बिना वजह एक और जंग में झोंका जाए.’