एक बार फिर लखनऊ विश्वविद्यालय अपने शोध और शैक्षिक गुणवत्ता की वजह से वर्ल्ड रैंकिंग में जगह बनाने में सफल रहा है। ईडीयू रैंक की ओर से जारी वर्ल्ड रैंकिंग में लखनऊ विश्वविद्यालय को देश में 29वां और वर्ल्ड में 1773 स्थान मिला है। इसके लिए तीन मानक निर्धारित किए गए थे। अनुसंधान के क्षेत्र में अग्रणी प्रदर्शन, को-करिकुलर एक्टिविटीज और पूर्व छात्रों के उल्लेखनीय प्रदर्शन की गुणवत्ता को आधार बनाया गया है। बुधवार को विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसकी सूचना जारी की।
अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि पिछले साल ईडीयू रैंक की ओर से लखनऊ विश्वविद्यालय को देश भर के विश्वविद्यालयों में 58वीं रैंक हासिल हुई थी। इस बार 29वां स्थान हासिल हुआ है। इस रैंकिंग में भारत के टाप 50 में स्थान पाने वालों में लवि उत्तर प्रदेश का एकमात्र राज्य विश्वविद्यालय है। प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थानों की सयुंक्त रैंकिंग में लखनऊ विश्वविद्यालय को चौथा स्थान मिला है।
वहीं, भारतीय प्रद्योगिकी संस्थान कानपुर प्रथम, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय द्वितीय और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने तीसरा प्राप्त किया है। भारत के सभी विश्वविद्यालयों में से केवल चुनिंदा राज्य विश्वविद्यालय ही टाप रैंकिंग में अपना स्थान दर्ज करा सके हैं। इसमें लखनऊ विश्वविद्यालय भी शामिल है। उन्होंने बताया कि रैंकिंग में शामिल सिर्फ विश्वविद्यालओं की सूची में लखनऊ विश्वविद्यालय ने 16वां स्थान प्राप्त किया है।
सभी के प्रयासों का नतीजा है ये उपलब्धि : लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने इस उपलब्धि के लिए विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों के योगदान की सराहना की। कहा कि सभी के एकजुट प्रयासों से ही विश्वविद्यालय की गुणवत्ता में और उच्च मानदंड स्थापित किये जा सकते हैं । नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुपालन से न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में गुणात्मक परिवर्तन आएगा बल्कि यह राष्ट्र निर्माण की दिशा में भी महती भूमिका अदा करेगी ।
इससे पहले भी मिली थी रैंक : इससे पहले भी लखनऊ विश्वविद्यालय क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग सहित अन्य रैंकिंग में भी विश्वविद्यालय स्थान पाने वाला उप्र का अकेला राज्य विश्वविद्यालय है। एनआइआरएफ रैंकिंग में भी लवि को ही स्थान मिला था।