भारतीय फूड डिलीवरी बिजनेस से ‘उबर’ के निकलने के बाद अब एक नया प्लेयर उसकी जगह लेने जा रहा है. किराना सामान बेचने वाली ई-कॉमर्स कंपनी ने भारत में दस्तक देने की तैयारी कर ली है.

माना जा रहा है कि उसका सीधा मुकाबला स्विगी और जोमैटो से होगा. पिछले कुछ समय से ही अमेजन ने फूड डिलीवरी के बिजनेस में आने के संकेत दे दिए थे.
ई कॉमर्स कंपनी अमेजन ने योजनाबद्ध तरीके से फूड बिजनेस में कदम रखने का फैसला किया है. ट्रायल के तौर पर अभी उसने बेंगलुरू के चंद इलाकों में सेवा शुरू की है.
अगले महीने से कंपनी ग्राहकों को फूड सर्विस डोर-टू-डोर देने लगेगी. अमेजन की ये सेवा ‘अमेजन प्राइम नाउ’ और ‘अमेजन फ्रेश प्लेटफॉर्म’ पर होगी. खास बात ये है कि अमेजन ऐसे वक्त फूड डिलीवरी बिजनेस में उतरने जा रही है, जब स्विगी और जोमैटो बचत के लिए जूझते नजर आ रहे हैं.
ग्राहकों को दिया जानेवाला डिस्काउंट घटाकर दोनों कंपनियां अपने खर्च को कम करने की कोशिश में हैं. मगर जानकारों का कहना है कि अमेजन ने बड़ी योजना के तहत फूड डिलीवरी बिजनेस में कदम रखा है.
कंपनी ग्रॉसरी, इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर घरेलू सामानों के बिजनेस में पहले से मौजूद है. उसके पास ग्राहकों की बड़ी तादाद तक पहुंच बनाने की क्षमता भी है. इसलिए उसे ग्राहकों को तेज गति से सेवा पहुंचाने में दिक्कत नहीं होगी.
हो सकता है कंपनी आकर्षित करने के लिए ग्राहकों को बहुत ज्यादा छूट दे. जिससे उसके बिजनेस को गति मिले. मगर इससे पहले का मार्केट रुजहान कुछ और कहता है.
बचत करने के लिए स्विगी और जोमैटो ने ग्राहकों को दिया जानेवाला डिस्काउंट पहले ही बहुत कम कर दिया है. स्विगी एक तरफ फूड बिजनेस को विस्तार देते हुए ‘क्लाउड किचन’ से अपने आप को जोड़ रहा है, वहीं जोमैटो ‘प्रोजेक्ट किसान’ पर काम कर रहा है. ऐसे में हो सकता है फूड बाजार में इंट्री के बाद अमेजन को फड बिजनेस में दिक्कत हो.
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