बुधवार व्रत जीवन में सर्व-सुखों की इच्छा रखने वाले हर जातक को करना चाहिए। इस व्रत में चौबीस घंटे (दिन-रात) में एक ही बार भोजन करना चाहिए। यह व्रत करने से बुध ग्रह की शांति होती है तथा विद्या, धन और व्यापार में उन्नति होती है।
आइए जानें बुधवार व्रत संबंधी जानें 7 काम की बातें…
* बुध का व्रत 45, 21 या 17 बुधवारों तक करना चाहिए।
* हरे रंग का वस्त्र धारण करके ‘ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:’ इस मंत्र का 17, 5 या 3 माला जप करें।
* भोजन में नमकरहित मूंग से बनी चीजें खानी चाहिए। जैसे मूंग का हलवा, मूंग की पंजीरी, मूंग के लड्डू इत्यादि।
* भोजन से पहले तीन तुलसी के पत्ते चरणामृत या गंगाजल के साथ खाकर तब भोजन करें।
* इस व्रत के समय हरी वस्तुओं का उपयोग करना श्रेष्ठतम है।
* बुधवार की कथा सुनकर आरती के बाद प्रसाद लेकर जाना चाहिए।
* अंत में धूप, बेल-पत्र आदि से भोलेनाथ का पूजन करना चाहिए।
इस व्रत के करने से विद्या और धन का लाभ होता है। व्यापार में उन्नति होती है और शरीर स्वस्थ रहता है।