हमारे जीवन में कई दोस्त भी होते हैं और दुश्मन भी. पर कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनके दुश्मन बहुत ज़्यादा होते है.ऐसी परिस्थिति में हर समय अपने दुश्मनों का भय सताता रहता है. अगर आप भी अपने दुश्मनों से परेशान हैं और चाहते हैं कि वे आपका नुकसान नहीं कर पाएं तो नीचे लिखे बगलामुखी मंत्र का विधि-विधान पूर्वक जप करें-
मंत्र-
ऊँ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय.
जिह्वाम् कीलाय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ऊँ स्वाहा..
जप विधि-
1-अमावस्या के दिन सुबह रात में करीब 11 बजे नहाकर व साफ वस्त्र पहनकर सबसे पहले मां बगलामुखी की पूजा करें.
2-माता बगलामुखी को लाल वस्त्र, लाल सिंदूर, लाल फूल, चंदन, केसर व मिठाई अर्पित करें.
3-इसके बाद एकांत में कुश के आसन पर बैठकर रुद्राक्ष के मोतियों की माला से इस मंत्र का जप करें.
4-प्रति अमावस्या पर इस मंत्र की 11 माला जप करने से अति शीघ्र आपकी समस्या का समाधान हो जाएगा.