बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल 2019 का समर्थन किया है. राज्यसभा में जेडीयू सांसद आरसीपी सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी इस बिल का समर्थन करती है.
ये बिल अपने आप में बहुत स्पष्ट है. उन्होंने कहा कि ये बिल भारत के तीन पड़ोसी देशों में धार्मिक अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता का आधार देता है. उन्होंने कहा कि बिल का मुद्दा अलग है और चर्चा किन-किन चीजों पर हो रही है.
जेडीयू सांसद रामचंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि इस बिल को लेकर अफवाहें फैलाई जा रही हैं. इस बिल में संविधान के किसी प्रावधान का उल्लंघन नहीं हुआ है, और मुसलमानों को गलत तरीके से डराया जा रहा है.
आरसीपी सांसद ने डेरेक ओ ब्रायन को जवाब देते हुए कहा कि वे जर्मनी के कंसंट्रेशन कैंप की चर्चा कर रहे हैं, लेकिन यहां कोई ऐसी बात हो ही नहीं सकती है. उन्होंने कहा कि हमारा देश गणतंत्र है. यहां सभी नागरिकों के समान अधिकार हैं, और यही कारण है कि हमारे में एक नहीं तीन-तीन राष्ट्रपति भी अल्पसंख्यक समाज से हुए हैं, भारत के मुख्य न्यायाधीश हुए हैं. लेकिन पड़ोसी मुल्कों में अल्पसंख्यकों की हालत देख लीजिए. उन्होंने बिल का विरोध कर रहे लोगों से कहा कि वे भारत के मुसलमानों के मन में भय क्यों डालते हैं.