भारत में अच्छे क्रिकेटरों की कोई कमी नही है और घरेलू स्तर पर होने वाले मैचों के जरिए एक से बढ़कर एक नए टैलेंट सामने आते ही रहते हैं। अब एक नया नाम सबके सामने आया है और वो हैं उत्तराखंड के ओपनर बल्लेबाज करनवीर कौशल। करनवीर कौशल मौजूदा विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट में लगातार रन बना रहे हैं। अपनी बेहतरीन फॉर्म को जारी रखते हुए कौशल ने सिक्किम के खिलाफ दोहरा शतक लगा दिया और सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा। विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट के इतिहास में पहली बार करनवीर ने दोहरा शतक लगाने का कमाल किया इससे पहले ये कमाल और कोई बल्लेबाज नहीं कर पाया था।
135 गेंदों पर 202 रन की पारी खेली कौशल ने
उत्तराखंड के लिए सिक्किम के खिलाफ ओपनिंग बल्लेबाजी करने उतरे करनवीर ने मैदान पर आते ही अपना तूफानी अंदाज दिखाया। उन्होंने तूफानी पारी खेलते हुए 135 गेंदों पर 202 रन की ताबड़तोड़ पारी खेल दी। इस पारी में उनका स्ट्राइक रेट 149.63 का रहा और उन्होंने 18 चौके और 9 छक्के लगाए। करनवीर ने अपने ओपनिंग पार्टनर विनीत सक्सेना के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 296 रन की बेहद मजबूत साझेदारी की। विनीत ने भी इस मैच में 133 गेंदों पर 100 रन की पारी खेली। करनवीर के दोहरे शतक और विनीत के शतक के दम पर उत्तराखंड ने निर्धारित 50 ओवर में दो विकेट के नुकसान पर 366 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया।
विजय हजारे ट्रॉफी में करनवीर का तीसरा शतक
विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट के जरिए करनवीर ने लिस्ट ए मैच में बिहार के खिलाफ अपना डेब्यू किया। अपने पहले मैच में तो वो सिर्फ 13 रन ही बना पाए लेकिन अपने दूसरे ही मैच में उन्होंने पुडुचेरी के खिलाफ लिस्ट ए मैच में अपना पहला शतक जड़ दिया और 101 रन की पारी खेली। उन्होंने मिजोरम के खिलाफ इस टूर्नामेंट का दूसरा शतक लगाते हुए118 रन बनाए और अब उनके बल्ले से 202 रन निकले। अपने सातवें मैच में ही करनवीर ने दोहरा शतक लगा दिया। अब तक विजय हजारे टूर्नामेंट के सात मैचों की बात करें तो उन्होंने इन मैचों में 13,101,0,18*,15,118,202 रन की पारी खेली। करनवीर ऑफ ब्रेक गेंदबाजी भी करते हैं और मणिपुर के खिलाफ उन्होंने 21 रन देकर एक विकेट भी लिया था।
कौन हैं करनवीर कौशल
27 वर्ष के करनवीर कौशल उत्तराखंड के हैं और यहां की टीम के लिए खेलते हैं। 25 अगस्त 1991 को देहरादून में जन्मे करनवीर दाहिने हाथ के बल्लेबाज हैं और ऑफ ब्रेक गेंदबाजी भी करते हैं। लिस्ट ए क्रिकेट में विजय हजारे ट्रॉफी के जरिए उन्होंने वर्ष 2018-19 सीजन में अपना डेब्यू किया। अपने डेब्यू टूर्नामेंट में ही 202 रन की पारी खेलकर उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में इतिहास रच दिया।