भारत ने भूकंप और सुनामी प्रभावित इंडोनेशिया की मदद के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है। इसके तहत दो विमानों और तीन नौसैनिक पोतों से राहत सामग्री भेजी गई है। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के बीच एक अक्टूबर को टेलीफोन पर हुई बातचीत के बाद ‘ऑपरेशन समुद्र मैत्री’ लांच किया गया है।
भारतीय वायुसेना के दो विमानों सी-130जे और सी-17 से बुधवार सुबह राहत सामग्री के साथ चिकित्सा दल को रवाना किया गया है। इन विमानों में एक अस्पताल बनाने के उपकरण, दवाएं, जनरेटर, टेंट और पानी ले जाया गया है जबकि भारतीय नौसेना के तीन पोतों आइएनएस तीर, आइएनएस सुजाता और आइएनएस शार्दुल से मानवीय सहायता और राहत सामग्री भेजी गई है। ये पोत छह अक्टूबर को इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप पहुंचेंगे।
भूकंप और सुनामी से मरने वालों की संख्या 1400 के पार
इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप पर भूकंप और सुनामी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,424 हो गई है। बीते शुक्रवार को 7.5 तीव्रता के भूकंप के बाद आई सुनामी से समुद्र में छह मीटर ऊंची लहरें उठी थीं। इस प्राकृतिक आपदा में द्वीप पर भारी तबाही हुई। इंडोनेशिया की राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता ने जकार्ता में कहा कि राहत और बचाव अभियान में तेजी आने के साथ ही मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है। इस दोहरी आपदा से 24 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। 141 स्थानों पर बनाए गए शिविरों में 70 हजार से ज्यादा लोगों ने शरण ली है जबकि प्रभावित इलाकों में लोगों को भोजन और पानी के लिए जूझना पड़ रहा है। यहां पर खाद्य सामग्री की इतनी गंभीर किल्लत हो गई है कि लोग मलबों में भोजन तलाशने को मजबूर हैं।
विडोडो दूसरी बार पहुंचे सुलावेसी
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने बुधवार को दूसरी बार भूकंप और सुनामी प्रभावित सुलावेसी द्वीप का दौरा किया। उन्होंने कहा कि लोगों की मदद के लिए प्रयास में तेजी लाई जा रही है।
आपदा प्रभावित द्वीप पर ज्वालामुखी फटा
भूकंप और सुनामी की मार झेल रहे इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप पर एक और आफत आ सकती है। इस द्वीप पर स्थित माउंट सोपुतान ज्वालामुखी बुधवार को फट गया। इससे निकल रही राख आसमान में चार हजार मीटर ऊंचाई तक उड़ रही है। इसे कई किमी की दूरी से भी देखा जा सकता है।