उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में गंगा-जमनी तहजीब और इंसानियत की मिसाल देखने को मिली है। यहाँ के एक गांव के सभी हिंदुओं ने एक गरीब मुस्लिम बेटी का निकाह संपन्न कराया और एक ब्राह्मण दंपति ने युवती का कन्यादान भी किया है। बारात गाजियाबाद के लोनी से आई थी, पूरे गांव वासियों ने बारात का क परिवार की तरह ही भव्य स्वागत किया।
बागपत जिले के अंतर्गत आने वाले अब्दुलपुर गांव में रहने वाले बाबू कुछ वर्षों से लापता हैं और उनके घर की वित्तीय स्थिति भी ठीक नहीं है, जिसकी वजह से बाबू की बेटी गुलसफा का निकाह कराने के लिए गांव के ही लोगों ने जिम्मेदारी उठाई। गांव के सभी हिंदुओं ने रुपये इकट्ठे कर गुलसफा का निकाह गाजियाबाद जिले के लोनी कस्बे में रहने वाले अय्यूब के साथ बड़े ही जोर -शोर से कराया। गांव के ही रहने वाले ब्राह्मण दम्पति गंगेश्वर और उनकी पत्नी कांता ने गुलशफा का कन्यादान भी किया है।
बारात की आवभगत में ग्राम प्रधान सहित गांव के सभी हिंदू जुट गए और बारातियों की अच्छी खातिरदारी की। वहीं गांव के ही एक बुजुर्ग का कहना है कि हम कई वर्षों से इस गांव में एकता के साथ रहते आए हैं, हम उनके साथ ईद मनाते हैं और वे हमारे घर दिवाली मनाते आते रहते हैं, साथ ही हम एक दूसरे की मुसीबत में भी एक-दूसरे का सहारा बनते हैं।