बिहार के एक विधायक से जुड़े देह व्यापार और दुष्कर्म के चर्चित मामले में भोजपुर पुलिस अब बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। सूत्रों के अनुसार पुलिस अब आरोप की जद में आए विधायक की गिरफ्तारी की तैयारी कर रही है। शाहाबाद प्रक्षेत्र के डीआइजी राकेश राठी ने आगे की कार्रवाई के लिए एसपी सुशील कुमार सिंह को निर्देश दे दिया है। मामले के अनुसंधान के क्रम में दो सरकारी आवास के नंबर सामने आए हैं। आवास कांड के कई राज खोलेंगे। लेकिन इस बीच दबाव में आई पीडि़ता आगे की जांच के लिए पुलिस के समक्ष उपस्थित नहीं हो रही है।
विधायक ने खुद को बेकसूर बताया, दी ये सफाई
विदित हो कि यह पहला मामला नहीं है, जब किसी विधायक पर नाबालिग लड़की के दुष्कर्म का आरोप लगा है। साल 2016 में सामने आए ऐसे ही एक मामले में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के तत्कालीन विधायक राजबल्लभ यादव को सजा हो चुकी है। ताजा मामले में विधायक का नाम तो खुलकर सामने नहीं आया है, लेकिन आवास नंबर के आधार पर संदेह के घेरे में आए एक विधायक ने खुद को बेकसूर बताते हुए सफाई दी है कि विधायक आवास पर वे नहीं उनके कर्माचारी रहते हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले से उनका लेना-देना नहीं है।
लड़की को देह व्यापार रैकेट से निकाला
जब आरा नगर थाना क्षेत्र के कबीरगंज मठिया इलाके से बीते 19 जुलाई को परिजनों ने 12 साल की एक लड़की को देह व्यापार संचालिका अनिता एवं उसके सहयोगी संजीत उर्फ छोटू के चंगुल से निकाला। साथ ही अनिता व छोटू को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
भाई के बयान पर दर्ज हुई एफआइआर
पूछताछ के दौरान पीडि़त लड़की और उसके भाई ने लड़की को एक महीना पहले बहला-फुसलाकर पटना ले जाने एवं दुष्कर्म किए जाने की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने लड़की के भाई के बयान पर एफआइआर दर्ज किया।
विधायक व अन्य की संलिप्तता उजागर
पुलिस ने उसी दिन गिरफ्तार महिला आरोपी अनीता और पीडि़त लड़की के अलग-अलग स्वीकारोक्ति बयान लिए। इल बयानों में नाबालिग लड़की के साथ विधायक, शराब कारोबारी एवं इंजीनियर द्वारा आरा से लेकर पटना तक दुष्कर्म किए जाने की बात खुलकर सामने आई।
आवास नंबर में छिपे घटना के राज
लड़की ने पुलिस के समक्ष दिए गए अपने बयान में एक सरकारी आवास (क्वार्टर का नंबर 18) में ले जाए जाने का जिक्र किया है। जबकि, देह व्यापार रैकेट के संचालन की आरोपित अनिता ने पुलिस के समक्ष दिए बयान में लड़की को दूसरे आवास (क्वार्टर नंबर- 28) में ले जाने की बात स्वीकार की है।
ये सरकारी आवास पटना के किन इलाकों में हैं, यह पुलिस सार्वजनिक नहीं कर रही, लेकिन सबकुछ स्पष्ट हो गया माना जारहा है। वैसे, पीडि़त लड़की ने कोर्ट में दिए बयान में विधायक के पास ले जाए जाने की बात कह स्थिति को स्पष्ट कर दिया है।
दबाव में लड़की, पुलिस का इनकार
लेकिन, इस मामले में नया टर्न भी आता दिख रहा है। लड़की व उसके भाई तीन दिनों से पुलिस के बुलाने पर भी सामने नहीं आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि हाईप्रोफाइल मामले में विपक्ष के विधायक समेत अन्य पर कानूनी कार्रवाई की तलवार लटकने के बाद वे दबाव में आ गए हैं। हालांकि, भोजपुर के एसपी सुशील कुमार इनकार करते हैं।