उत्पीडऩ के आरोप में फंसे इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के एक विभाग के एक शिक्षक का मामला भी कार्य परिषद की बैठक में रखा जाएगा। आरोप लगाने वाली शिक्षिका की शिकायत पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पत्र भी लिखा था।
उसी विभाग में तैनात महिला अतिथि प्रवक्ता ने शिक्षक पर लगाया था आरोप
दरअसल, विभाग के एक शिक्षक पर उसी विभाग में तैनात एक महिला अतिथि प्रवक्ता ने उत्पीडऩ का आरोप लगाया था। हालांकि, बाद में उस महिला शिक्षिका ने विश्वविद्यालय छोड़ दिया। इविवि में पहली बार यह मामला आठ मार्च को हुई कार्य परिषद की बैठक में सामने आया। उस बैठक में तय हुआ था कि मामले की जांच कराई जाएगी और इसकी जिम्मेदारी एक रिटायर जज को सौंपी गई थी। इसके बाद 10 अप्रैल 2019 को हुई कार्य परिषद की बैठक में शिक्षक को निलंबित कर दिया गया था। इविवि कार्य परिषद की 29 जून 2019 को हुई बैठक में डिमोट कर दिया गया।
शिकायत पर महिला आयोग ने मामले को संज्ञान में लिया था
30 अगस्त को पीडि़ता ने राष्ट्रीय महिला आयोग से शिकायत करते हुए कार्रवाई पर असंतोष जताया। आयोग ने तत्कालीन कुलपति प्रो. रतन लाल हांगलू को पत्र जारी कर कार्य परिषद के आदेश की समीक्षा करने को कहा था। ऐसे में अब इस मसले को फिर से कार्य परिषद के एजेंडे में शामिल किया गया है। अब अगली बैठक में इस मसले पर कोई निर्णय लिया जाएगा।