अक्टूबर में होने वाले संसदीय चुनाव की निगरानी के लिए इराक ने संयुक्त राष्ट्र से आग्रह किया है जिसके आग्रह को भारत ने समर्थन दिया है। 19 जनवरी को, इराकी सरकार ने 10 अक्टूबर को चुनाव कराने की मंजूरी दी है। इराक में पिछला संसदीय चुनाव 12 मई, 2018 को हुआ था। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति (T S Tirumurti) ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN Security Council) में मंगलवार को इराक की हालात पर चर्चा किया। उन्होंने बताया कि इराक में संसदीय चुनाव अक्टूबर में होना है। यह देश में लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत बनाने का बेहतरीन मौका है।
बता दें कि इराक के स्वतंत्र उच्च निर्वाचन आयोग (IHC) ने 52 देशों के दूतावासों को देश के चुनावों की निगरानी करने के लिए निमंत्रण भेजा है। एक चुनाव अधिकारी ने मीडिया को यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, IHC की प्रवक्ता जुमाना अल-घलाई ने बताया कि आयोग का कानून, अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों को चुनाव की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए चुनाव प्रक्रिया की निगरानी की अनुमति देता है।
अक्टूबर का यह चुनाव प्रतिनिधि परिषद के 328 सदस्यों को तय करेंगे, जो बदले में एक नए राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का चुनाव करेंगे। बता दें कि चुनाव में संयुक्त राष्ट्र की भूमिका केवल चुनावी प्रक्रिया की निगरानी करना है, न की सुपरवाइज करना या इसे चलाना।