दस से ज्यादा प्रकरण दर्ज होने के बावजूद चंपू जमानत पर जेल से बाहर है। सुबह जब ईडी की टीम चंपू के पालीवाल नगर स्थित निवास पर पहुंची तो चंपू घर पर ही था। अफसरों ने सेटेलाइट काॅलोनी में हुए बैंक घोटाले को लेकर चंपू व उसकी पत्नी योगिता से पूछताछ शुरू की।
कई लोगों को प्लाॅट के नाम पर ठगने वाले भूमाफिया चंपू अजमेरा के ठिकानों पर बुधवार को ईडी ने छापा मारा। चंपू के चार ठिकानों पर सुबह से सर्चिंग ईडी अफसरों ने शुरू की। पहले भी ईडी भूमाफिया के घर से दस्तावेज जब्त कर चुकी है। भूमाफिया चंपू पर बाणगंगा, लसूडिया, तेजाजी नगर और तुकोगंज मेें धोखाधड़ी के केस दर्ज है।
मामले कोर्ट में चल रहे है। इस बार ईडी ने 100 करोड़ से ज्यादा के बैंक घोटाले को लेकर सर्चिंग की है। चंपू के अलावा अम्बिका साल्वेक्स के कर्ताधर्ता कैलाश गर्ग के यहां भी टीम पहुंची है।
दस से ज्यादा प्रकरण दर्ज होने के बावजूद चंपू जमानत पर जेल से बाहर है। सुबह जब ईडी की टीम चंपू के पालीवाल नगर स्थित निवास पर पहुंची तो चंपू घर पर ही था। अफसरों ने सेटेलाइट काॅलोनी में हुए बैंक घोटाले को लेकर चंपू और उसकी पत्नी योगिता से पूछताछ शुरू की और दस्तावेज जांचे। इस काॅलोनी में कितने प्लाॅट बेचे गए और किस तरह लोन हुए। इसके बारे में जानकारी जुटाई गई। सर्चिंग दोपहर तक जारी रही।
चंपू बना था डायरेक्टर
वर्ष 2008 मेें सेटेलाइट काॅलोनी विकसित की गई थी। पहले इस कंपनी के डायरेक्टरों मे चंपू शामिल नहीं था। कंपनी से कैलाश गर्ग और सुरेश गर्ग जुड़े और दो बैंकों से कर्ज लिया। कंपनी ने बाद में चंपू को कागजों पर डेवलपर्स बताते हुए सौदे करने की पाॅवर आफ अटर्नी दे दी।
कंपनी में बाद में चंपू और उसकी पत्नी भी डायरेक्टर बन गए,लेकिन बाद में प्लाॅटों को लेकर डायरेक्टरों के बीच विवाद हो गए। बैैंक में गिरवी रखे प्लाॅटों के सौदे भी होने से विवाद हुआ था। हाईकोर्ट ने प भूमाफिया से जुड़े मामलों के निपटारे के लिए जो कमेटी बनाई है। उसमें सेटेलाइट काॅलोनी के मामले भी शामिल है।