इंस्टाग्राम ने इंटरनेट पर धमकी देने वालों के खिलाफ कमर कस ली है. यह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म धमकी और गालीगलौच वाली सामग्री का पता लगाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की मदद से तस्वीरों को स्कैन कर रहा है. इंस्टाग्राम फेसबुक की ही सेवा है. फेसबुक उत्पीड़न निरोधी उपायों का इस्तेमाल करना पहले ही शुरू कर चुका है. इससे पहले एक सर्वे में पता चला था कि ऑनलाइन उत्पीड़न के युवा पीड़ितों को ऐसा लगता है कि इस समस्या से निबटने के लिए सोशल मीडिया की ये फर्म कुछ खास काम नहीं कर रही हैं. 
धमकी देने वालों की हो सकेगी पहचान
इंस्टाग्राम प्रमुख एडम मोसेरी ने मंगलवार को कहा कि धमकी के संकेतों को समझने के लिए कृत्रिम बुद्धिमता का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके बाद वह सामग्री जांच परख के लिए कर्मियों तक अपने आप पहुंच जाएगी. मोसेरी ने ब्लॉग पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘इस बदलाव से हम धमकी और धौंस जमाने जैसी सामग्री की पहचान कर सकेंगे और उसे हटा सकेंगे.’’
उत्पीड़न निरोधी उपायों का इस्तेमाल
उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि धमकी के शिकार कई लोग इसके बारे में बताते नहीं हैं. आगामी कुछ हफ्तों में यह तकनीक पूरे सोशल मीडिया नेटवर्क पर प्रभावी हो जाएगी.
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