अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के हक में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(आरएसएस) भव्य मंदिर निर्माण की रणनीति में जुट गया है। भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भाजपा की समन्वय बैठक में राम मंदिर के लिए गठित होने वाले न्यास के अध्यक्ष के चयन पर चर्चा की गई।
न्यास अध्यक्ष का नाम आरएसएस से तय करने पर सहमति बनी। इसके अलावा कारसेवा की तर्ज पर गांव-गांव अभियान चलाया जाएगा। इसमें सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद पूरे देश में बनी शांति व्यवस्था पर जनता का धन्यवाद भी दिया जाएगा।
वाराणसी-बाबतपुर मार्ग स्थित संत अतुलानंद स्कूल कोईराजपुर में मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी और सह सरकार्यवाह डा. कृष्णगोपाल की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा की ओर से प्रतिनिधित्व किया और राम मंदिर निर्माण में आरएसएस के अभियान पर चर्चा की।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष पर कई नामों पर चर्चा की गई। संघ ने इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी सुझाव मांगा। राम नवमी से राम मंदिर निर्माण की उम्मीद जताई गई और कारसेवा की तर्ज पर देशभर के हिन्दू समाज से सहयोग की रणनीति बनाई गई। इस दौरान आरएसएस के प्रांत प्रचारक रमेश, क्षेत्रीय प्रचारक अनिल, भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल, क्षेत्रीय संगठन मंत्री रत्नाकर सहित अन्य लोग मौजूद रहे।