राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने सुझाव दिया है कि राज भवनों तक आम लोगों की पहुंच आसान बनाई जानी चाहिए। राजभवन इस प्रकार काम करें कि उनसे संवाद की प्रक्रिया दोतरफा हो और वे राज्य के सभी अंगों का समुचित प्रतिनिधित्व करें।
गौरतलब है कि राज्यपाल और उपराज्यपाल के भवनों को राजभवन कहा जाता है। उन्होंने कहा कि गर्वनर का पद आम लोगों के लिए उस उपनिवेशी मानसिकता को इंगित करता है जिसमें पहुंचा ही नहीं जा सकता।
उन्होंने राज्यपालों से लोगों के साथ संपर्क के लिए ध्यान से प्रयास करने का सुझाव देते हुए कहा कि उन्हें लोगों की इस मानसिकता में बदलाव लाना होगा कि राजभवन लोगों की पहुंच से बाहर हैं। राष्ट्रपति ने यह बात यहां आयोजित गवनर्स और लेफ्टिनेंट गवनर्स के दो दिवसीय 50 वें सम्मेलन के समापन समारोह में रविवार को कही।
राष्ट्रपति ने कहा कि राज्यपाल और उपराज्यपाल केंद्र और राज्यों के मध्य संपर्क के सबसे महत्वपूर्ण लिंक हैं। किसी संघीय शासन व्यवस्था में राज्यपालों का पद बहुत महत्वपूर्ण होता है। उनकी भूमिका केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर तालमेल बैठाने की होती है।