भाजपा डबल इंजन वाली सरकार है। बिजली बनाने का कोई कारखाना लगाया नहीं, लेकिन बिजली महंगी कर दी। हटाइए इस सरकार को। ये बातें फतेहपुर से लौटते समय कस्बे के गांधी चौराहे पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहीं।
उन्होंने विद्युत बिल की दरों में बढ़ोतरी पर कहा कि यह किसान, व्यापारी व आम जनता से जुड़ा सवाल है। दिल्ली के बाद यही बहस छिड़ी है कि बिजली की कीमत क्या ली जाए।
आने वाले समय में सपा फैसला लेगी कि किसानों को और सुविधाएं कैसे दी जाएं। सपा सरकार ने किसानों को सिंंचाई फ्री कर दी थी। लालगंज में निर्माण के चंद माह बाद हाईवे के ध्वस्त होने उसके बाद भी टोल वसूली जारी होने पर कहा कि रायबरेली वीवीआइपी से भी बढ़कर इलाका है। सड़क धांधली की जांच होनी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दिल्ली में आप की जीत पर कहा कि साबित हो चुका है कि काम पर भी चुनाव जीते जाते हैं। भाजपा की मुश्किलें बढेंग़ी, क्योंकि लोगों को सपा सरकार के काम याद हैं। 102 व 108 एंबुलेंस, पीआरवी पुलिस की व्यवस्था सपा की देन है।
इधर, आगामी विधानसभा में सपा और कांग्रेस के गठबंधन को लेकर चर्चाएं चल रही हैं। मगर, सोमवार को अखिलेश ने कांग्रेस पर कटाक्ष करके अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी।
उन्होंने कहा कि एम्स के लिए सपा सरकार लालगंज में जमीन दे रही थी लेकिन, कांग्रेस ने नहीं ली। जहां जमीन दी गई, वहां कांग्रेस ने बिना उन्हें बुलाए ही चुपचाप उद्घाटन कर लिया।