आजम खां सपा कार्यालय पर गठबंधन के कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वह गठबंधन के सबसे पुराने पक्षधर हैं और यह गठबंधन बहुत ही मजबूत है। आजम खां ने कहा कि मेरी इच्छा यही है कि प्रधानमंत्री गठबंधन का बने। उन्होंने यह प्रस्ताव भी रखा है कि चुनाव जीतने की स्थिति में वह बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के लिए अपनी सीट छोड़ देंगे। पूर्व मंत्री ने कहा कि वह लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे। वह अब तालीम के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं। यूनिवर्सिटी और स्कूल को लेकर भी बहुत सारी व्यस्तताएं हैं। लेकिन सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और रामपुर के लोगों की यह इच्छा थी कि मैं लोकसभा का चुनाव लड़ूं। बस इसी इच्छा का सम्मान करने के लिए मैं चुनावी मैदान में उतरा हूं।
उन्होंने बैठक में मौजूद सभी लोगों को शपथ दिलाई कि 23 अप्रैल को सब लोग मतदान करने के बाद ही जलपान करेंगे। बैठक को विधायक अब्दुल्ला आजम, अमित शर्मा, बसपा नेता सुरेंद्र सागर ने भी संबोधित किया। इस मौके पर सपा जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार, बसपा जिलाध्यक्ष अजय सागर, विधायक मोहम्मद फईम, पूर्व विधायक विजय सिंह, मोहम्मद हसन, मतलूब अंसारी, हाजी जमील, हाजी गोल्डन, अमरजीत सिंह, जस्सा सिंह, आसिम राजा, विक्की राज, रविंदर कौर, फसाहत अली खां शानू, प्रमोद गंगवार, ओमेंद्र सिंह सागर, संतोष शर्मा, लाखन सिंह, अनवार सहित अन्य कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीम खां सपा में हुए शामिल
स्वार के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीम खां शुक्रवार को सपा में शामिल हो गए। पूर्व मंत्री आजम खां ने उनका सपा में स्वागत किया।
दो अप्रैल को नामांकन करेंगे आजम खां
सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के प्रत्याशी आजम खां दो अप्रैल को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। इस बात का एलान आजम खां ने शुक्रवार को पार्टी कार्यालय पर आयोजित बैठक में किया।