आज भारत का मुख्य त्यौहार मकर संक्रांति मनाया जा रहा है जो इस साल का पहला त्यौहार है. कहते हैं इस दिन स्नान, दान और ध्यान किया जाता है. इसी के साथ इस दिन सूर्य उत्तरायण होकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं. इस बार सूर्य का प्रवेश चूंकि सोमवार की शाम में ही मकर राशि में हो रहा है इसलिए यह मकर संक्रांति ध्वांक्षी संक्रांति कहलाएगी यह आप सभी जानते ही होंगे. आज हम बताने जा रहे हैं उन स्थानों के बारे में जहां आकर आप स्नान करने के बाद पुण्य फल प्राप्त कर सकते हैं.
गंगासागर – मकर संक्रांति पर गंगासागर में स्नान करने का विशेष महत्व है क्योंकि यहां गंगा नदी का सागर से संगम होता है. कहते हैं गंगा सागर में एक बार डुबकी लगाने पर 10 अश्वमेध यज्ञ और एक हज़ार गाय दान करने के समान फल मिलता है.
प्रयागराज – कहते हैं मकर संक्रांति के दिन प्रयाग में स्नान कर सकते हैं क्योंकि इस बार महाआयोजन का प्रथम शाही स्नान 14 जनवरी को होगा और इस दिन कुंभ में स्नान करना सबसे उत्तम माना गया है.
हरिद्वार – आप सभी को बता दें कि हरिद्वार हिंदुओं का सबसे पवित्र तीर्थ स्थल माना जाता है और मकर संक्रांति के पावन पर्व पर गंगा स्नान करने से कई जन्मों के पाप धुल जाते हैं.
ऋषिकेश – कहते हैं ऋषिकेश में भी मकर संक्रांति के पावन पर्व पर गंगा स्नान का बहुत महत्व है क्योंकि ऋषिकेश का शांत वातावरण कई विख्यात आश्रमों का घर है और हिमालय की निचली पहाड़ियों और प्राकृतिक सुंदरता से घिरे इस धार्मिक स्थान से बहती गंगा नदी इसे अतुल्य बनाती है.
वाराणसी – कहा जाता है हिंदू सभ्यता के लिए विश्व विख्यात काशी नगरी संसार के सबसे पुराने शहरों में एक है और बाबा विश्वनाथ की नगरी वारणसी में मकर संक्रांति के दिन लाखों भक्त आस्था की डुबकी लगाते हैं.
सुल्तानगंज – आप सभी को बता दें कि बिहार के सुल्तानगंज में मकर संक्रांति पर हर साल लाखों की संख्या में देश व विदेश से गंगा स्नान के लिए आते हैं. इस बारे में कहते हैं कि यहां स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है.