हमारी सरकार ने प्रयास किया कि देश के किसान को फसल की उचित कीमत मिले, हमने लंबे समय से लटकी स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार, लागत का डेढ़ गुना MSP किसानों को दिया. पहले कुछ ही फसलों पर MSP मिलती थी, हमने उनकी भी संख्या बढ़ाई. हम इस दिशा में भी बढ़े कि फसल बेचने के लिए किसान के पास सिर्फ एक मंडी नहीं बल्कि नए बाजार हो. हमने देश की एक हजार से ज्यादा कृषि मंडियों को ऑनलाइन जोड़ा. इनमें भी एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कारोबार हो चुका है.
हमने एक और लक्ष्य बनाया कि छोटे किसानों के समूह बनें ताकि वो अपने क्षेत्र में एक सामूहिक ताकत बनकर काम कर सकें. आज देश में 10 हजार से ज्यादा किसान उत्पादक संघ- FPO बनाने का अभियान चल रहा है, उन्हें आर्थिक मदद दी जा रही है.
जो लोग 30-30 साल तक बंगाल में राज करते थे, एक राजनीतिक विचारधारा की वजह से ममता बनर्जी ने राज्य को बर्बाद कर दिया. एक बार भी उन्होंने किसानों के लिए आंदोलन नहीं चलाया. मोदी ने ममता से पूछा कि आपने पीएम किसान के पैसों के लिए आवाज क्यों नहीं उठाया. मोदी ने पूछा कि अपने किसानों को पैसा देने में बंगाल की सरकार कुछ नहीं करती और पंजाब के किसानों से जाकर बात करती है. जो दल बंगाल में किसानों के अहित पर कुछ नहीं बोलते वे किसान के नाम पर लोगों को परेशान कर रहे हैं.
पश्चिम बंगाल की सरकार अपनी राजनीतिक कारणों से वहां के किसान इस योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं. किसानों को भारत सरकार से पैसा जाने वाला पैसा जिसमे राज्य का कोई खर्च नहीं वो पैसा उनको नहीं मिल रहा. मुझे आज इस बात का अफसोस है कि मेरे पश्चिम बंगाल के 70 लाख से अधिक किसान भाई-बहनों को इसका लाभ नहीं मिल पाया है. बंगाल के 23 लाख से अधिक किसान इस योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर चुके हैं. लेकिन राज्य सरकार ने वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को इतने लंबे समय से रोक रखा है. ऐसे कई किसान में हमे पत्र लाख रखा है, देश के सामने ये बात दर्द के साथ कहना पड़ रहा है. बंगाल में उनकी पार्टी है, ऐसे लोग जो किसान के लिए प्यार दिखाते है तो आपने इस कार्य के लिए क्यों नहीं आवाज़ उठाई. सरकार इतना बड़ा लाभ को किसान से दूर कर दी. ये राजनीति है देश को इस खेल का पता नहीं है? जनता सब जानती है.
आप ममता बनर्जी के 15 साल पुराने भाषण सुनेंगे तो पता चलेगा कि इस विचारधारा ने बंगाल को कितना बर्बाद कर दिया था. जो लोग 30-30 साल तक बंगाल में राज करते थे, एक ऐसी राजनीतिक विचारधारा को लेकर उन्होंने बंगाल को कहां से कहां लाकर खड़ा कर दिया है, ये सारा देश जानता है.