असम में पीएम मोदी ने ग्रेटा थनबर्ग के टूलकिट खुलासे का जिक्र करते हुए कहा कि आज देश को बदनाम करने के लिए साजिश रचने वाले इस स्तर तक पहुंच गए हैं कि भारत की चाय को भी नहीं छोड़ रहे हैं. ये साजिश करने वाले कह रहे हैं कि भारत की चाय की छवि को बदनाम करना है. कुछ दस्तावेज सामने आए हैं जिससे खुलासा होता है कि चाय के साथ भारत की जो पहचान जुड़ी है उस पर हमला करना चाहते हैं.
क्या ये हमला आपको मंजूर है. क्या हमला करने वालों की तारीफ करने वाले आपको मंजूर है. इन सभी राजनीतिक दलों को हिन्दुस्तान का चाय बगान जवाब देगा. पीएम मोदी ने कहा कि भारत की चाय पर किए जा रहे इन हमलों में इतनी ताकत नहीं है कि वे इन टी वर्करों का मुकाबला कर सकें.
पीएम मोदी ने कहा कि हिंसा, अभाव, भेदभाव, तनाव, पक्षपात, संघर्ष इन सारी बातों को पीछे छोड़कर अब पूरा नॉर्थ ईस्ट विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है और असम इसमें प्रमुख भूमिका निभा रहा है. पीएम ने कहा कि ऐतिहासिक बोडो समझौते के बाद हाल ही में बोडोलैंड टेरीटोरियल के चुनावों ने यहां विकास और विश्वास का नया अध्याय लिख दिया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूं तो कहा जाता है कि देश में सबसे पहले सूर्य पूर्वोत्तर में उगता है, लेकिन असम और पूर्वोत्तर को विकास के सुबह के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा. आखिर ऐसा क्यों हुआ.
पीएम मोदी ने कहा कि ये वही धरती है जहां पर लोगों ने विदेशी आक्रांताओं से युद्ध किया था. 1942 में इसी धरती पर असम के स्वतंत्रता सेनानियों ने देश की आजादी के लिए, तिरंगे के सम्मान के लिए अपना बलिदान दिया था. इन्हीं शहीदों का एक एक बूंद खून उनका साहस हमारे संकल्प को मजबूत करता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ढेकियाजुली में 7700 करोड़ रुपये असोम माला प्रोजेक्ट की शुरुआत की है. इसके अलावा राज्य को 2 मेडिकल कॉलेज भी पीएम मोदी ने दिया है.