रविवार को आईपीएल के दूसरे मैच में कोलकाता ने राजस्थान को 8 विकेट से हराकर चौथी जीत हांसिल की. इस जीत के साथ ही केकेआर की टीम प्वाइंट्स टेबल पर पहले पायदान पर पहुंच गई है. राजस्थान ने इस मैच को अपनी गलतियों के कारण गवाया. टॉस हारकर बल्लेबाजी के लिए मैदान में उतरी राजस्थान की शुरुआत काफी धीमी रही. टीम के कप्तान और ओपनर बल्लेबाज रहाने ज्यादा देर तक क्रीज पर नहीं टिक सके और दूसरे ओवर की पहली ही गेंद पर ही प्रिसिद्ध कृष्णा ने एल्बी डब्ल्यू कर दिया. टीम को सबसे ज्यादा निराशा बेन स्टोक्स से मिली जिन्होंने 14 गेंदों का सामना करते हुए मात्र 7 रन बनाए.
धीमी शुरुआत का टीम को भुगतना पड़ा
राजस्थान की टीम पावर प्ले का फायदा नहीं उठा सकी और टीम 6 ओवर में मात्र 28 रन ही बना सकी. इस धीमी शु्रुआत का खामियाजा राजस्थान को पूरे मैच में झेलना पड़ा. रहाणे के आउट होने के बाद क्रीज पर आए जॉस बटलर ने जरूर कुछ अच्छे शॉट खेले और उन्होंने दूसरे विकेट के लिए स्टीव स्मिथ के साथ 72 रन की साझेदारी की. राजस्थान की धीमी पारी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसकी पारी में सिर्फ तीन विकेट ही गिरे फिर भी टीम ने पूरे 20 ओवर में 139 रन का लक्ष्य ही केकेआर को दिया. पूरी पारी के दौरान किसी भी बल्लेबाज ने पारी की रन गति को तेज करने की कोशिश नही की जिसके कारण विकेट हाथ में होने के बावजूद राजस्थान एक बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रही.
बेन स्टोक्स तीसरे विकेट गिरने के बाद जब मैदान पर पहुंचे तब राजस्थान का स्कोर 105 रन था और 26 गेंदों का खेल बाकी था. बेन स्टोक्स को राजस्थान ने 12 करोड़ से ज्यादा में खरीदा है. स्टोक्स टीम के लिए एक पावर हिटर प्लेयर है और टीम उनसे वैसी ही पारी की उम्मीद करती है जैसी पारी आन्द्रे रसल और क्रिस गेल अपनी टीम के लिए खेलते हैं. बेन स्टोक्स जब क्रीज पर आएं तब टीम को ऐसा लग रहा था कि स्टोक्स अपने बल्ले से कुछ अच्छे शॉट लगाएंगे जिससे टीम 150- 170 का स्कोर आसानी से बना लेगी. स्टोक्स ने 14 गेंदों का सामना किया और उन्होंने मुश्किल घड़ी में टीम के लिए सिर्फ 7 रन ही बनाए जिसकी वजह से टीम 139 रन पर सिमट गई. बेन ने न ही एक चौका लगाया और न ही छक्का. अगर स्टोक्स ने कुछ और रन बनाए होते तो शायद राजस्थान लीग में अपना दूसरा मैच जीत पाती.