देश की राजधानी दिल्ली को दिल वालों की दिल्ली भी कहा जाता हैं। दिल्ली हमारे लिए विशेष स्थान रखती हैं क्योंकि हमारा पूरा देश दिल्ली से ही चलता हैं। लेकिन दिल्ली केवल इसी वजह से प्रसिद्द नहीं हैं। दिल्ली को जायकेदार खाने के लिए भी जाना जाता हैं। जहां आपको नए-नए लजीज व्यंजान देखने को मिलते हैं। दिल्ली में कई जगह तो सौ वर्ष पुरानी है जो अपने जायकेदार खाने के लिए जानी जाती हैं। आज हम आपको दिल्ली की उन्हीं जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं दिल्ली की उन जगहों के बारे में जहां मिलेंगे लजीज व्यंजन।
* परोंठे वाला, चांदनी चौक
दिल्ली आए और चांदनी चौक नहीं गए ये बात कुछ हजम नहीं हो सकती। देश का दिल दिल्ली और दिल्ली का दिल चांदनी चौक या दिल्ली-६। चांदनी चौक में परोंठे वाली गली के परोठे खा कर किसी का भी दिल खुश हो सकता है। 1872 में परोंठे वाली गली में सबसे पहले गयाप्रसाद प्रसाद परोंठे वाला की दूकान लगी थी। यहाँ के कुछ परांठे बड़े ही मशहूर हैं और आपको अपनी उंगलियाँ चाटने पर मजबूर कर देंगें।
* रोशन दी कुल्फी के छोले भठूरे
करोल बाघ में जब आप खरीदारी करके थक जाएं तो याद आते हैं रोशन दी कुल्फी के छोले भठूरे। 1954 में शुरू हुई इस जगह न एक लम्बा सफ़र तय किया है। इसी के साथ 80 के दशक में इस जगह ने पूरी तरह अपने पैर जमाए और रोशन दी कुल्फी लोगों के बीच एक बड़ा ही जाना पहचाना नाम हो गया। अगर आप जायें और होटल के बाहर लम्बी लाइन देख कर घबराईएगा मत। यहाँ के छोले भटूरे इतने लोकप्रिय हैं कि दूर-दूर से लोग इसे खाने के लिए, बाहर की लम्बी कतार से भी नहीं डरते।
* घंटेवाला मिष्ठान भण्डार
सोचिये एक ऐसे मिठाई वाले के बारे में जिसने मुग़ल शासन के बादशाह से लेकर राजीव गाँधी को अपनी मिठाइयों का दीवाना बना दिया। करीब 200 वर्ष पुराना यह दिल्ली का मिष्ठान भण्डार भारत में सबसे पुराने मिठाई वालों में से एक है। यहाँ की खासियत है इनका सोहन हलवा। 1780 में, लाला सुख लाल जैन ने राजस्थान की प्रसिद्ध मिठाई मावा मिश्री से अपने सफ़र की शुरुआत की थी और आज दो शताब्दी के बाद भी इनके परिवार वाले इस धरोहर को संभाले हुए है। जब आप चांदनी चौक की सैर करने जाएं तो यहाँ जाना न भूलें।
* करीम होटल, दरयागंज
दरयागंज के इलाके में, दिल्ली की जामा मस्जिद के सामने आप पाएंगें 100 साल पुरानी जगह जहां का लज़ीज़ मुघलाई खाना सभी लोगों को अपनी ओर एक चुम्बक की तरह खींचता है। इस मशहूर जगह का नाम है करीम होटल जो 1913 में शुरू हुआ था। लोग कहते हैं कि दिल्ली आकर अगर आप करीम नहीं गए तो आपकी यात्रा अधूरी सी रह गई। यहाँ की खासियत शाही कोरमा कई लोगों का दिल जीत चुकी है।
* केवेन्टर्स, कोनोट प्लेस
सोचिये एक ऐसी जगह के बारे में जहां आप सभी अलग-अलग स्वाद का दूध पी सकते हैं। यहाँ का सबसे पसंदीदा फ्लेवर है बटरस्कॉच। गर्मियों में घूमते हुए यहाँ का ठंडा मिल्कशेक आपके गले को कुंठित कर देगा और आपको ताजगी से भर देगा। 1925 में शुरू हुई यह जगह आज भी सभी लोगों के बीच लोकप्रिय है। एक अच्छी बात यह है कि यहाँ की भीड़ में आप बड़े-बुज़ुर्ग के अलावा कई युवा छात्रों को भी देखेंगें जो इस जगह का पूरा लुत्फ़ उठाते मिलेंगें।