कोरोना संकट काल में राज्य सरकारों की ओर से लगातार काम को आगे बढ़ाया जा रहा है. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने बुधवार को महिलाओं को रोजगार के क्षेत्र में आगे लाने के लिए एक स्कीम की शुरुआत की. इस स्कीम का नाम वाईएसआर चेयुत्था दिया गया है, जिसमें समाज के अलग-अलग तबके की महिलाओं को बढ़ावा दिया जाएगा.

जानकारी के मुताबिक, इस स्कीम के तहत SC-ST-BC और अल्पसंख्यक समुदाय की करीब 23 लाख महिलाओं को लाभ मिलेगा. इसके तहत 45-60 साल की उम्र की महिलाओं को 18750 रुपये का सालाना इंटेनसिव मिलेगा, चार साल में ये बढ़कर 75 हजार रुपये सालाना तक जाएगा. सरकार के मुताबिक, इससे बजट पर 17 हजार करोड़ रुपये का खर्च आएगा.
सीएम ने ऐलान किया कि इस स्कीम के तहत 45 से 60 उम्र तक की करीब 8 लाख विधवा महिलाओं को लाभ मिलेगा, इन्हें पहले ही सरकार की ओर से पेंशन मिल रही है और अब ये अतिरिक्त मदद मिलेगी. सीएम ने बताया कि विधवा महिलाओं को हर महीने दो हजार रुपये तक मिल रहे हैं, इसके अलावा अब नई स्कीम के तहत 18 हजार रुपये सालाना और मिलेंगे.
सरकार की ओर से अब इन महिलाओं को हर साल करीब 45 हजार रुपये की मदद दी जा रही है, साथ ही सभी को कामकाज की ट्रेनिंग दी जा रही है. बता दें कि इससे पहले भी राज्य सरकार की ओर से कई ऐसी कंपनियों को इन क्षेत्रों में बुलावा दिया गया है, जहां पर महिलाओं को काम मिल सके.
गौरतलब है कि जगन रेड्डी ने चुनाव के दौरान महिलाओं के सशक्तिकरण का वादा किया था, इसके अलावा उन्हें बड़ी संख्या में महिला वोटरों का साथ भी मिला था.
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