पिछले कुछ सालों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस कंप्यूटर और प्रोग्राम्स ने बड़ी तरक्की कर ली है। इसी कड़ी में सामने आया है एक नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोग्राम, जो इंसानों के व्यक्तित्व के बारे में बहुत कुछ बता सकता है वह भी सिर्फ उनकी आंखों को देखकर। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया में कुछ रिसर्चर्स ने एक ऐसा आर्टिफिशियल प्रोग्राम बनाया है, जो किसी भी व्यक्ति की आंखों की मूवमेंट को स्कैन करके उसकी पर्सनालिटी के बारे में बहुत सी ऐसी बातें बता सकता है जो उसके बहुत करीबी लोग ही जानते होंगे।
रोबोट इंसानों को बेहतर ढंग से समझ सकेंगे
सीनेट डॉट कॉम की रिपोर्ट बताती है कि भविष्य के शानदार इस इंटेलिजेंस प्रोग्राम को डेवलप करने से जुड़े यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ ऑस्ट्रेलिया के रिसर्चर डॉक्टर टोबियस ने कहा है कि हमेशा से ही लोग अपने लिए बेहतरीन और खास तौर पर पर्सनलाइज्ड सर्विस चाहते हैं। ऐसे में उनका यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोग्राम क्रांतिकारी बदलाव कर देगा। इसके द्वारा इंसान और मशीनों के बीच का संवाद बहुत ही बेहतरीन हो सकता है। हालांकि अभी तक जो भी रोबोट्स और कंप्यूटर उपलब्ध हैं वो सोशली अवेयर नहीं है। यानि कि वो बिना बोले सिर्फ इशारों में दिए गए क्लू या संकेतों को समझ कर काम नहीं कर सकते। इस नई तकनीक द्वारा यह संभव हो सकता है कि आने वाले समय में रोबोट्स ज्यादा नेचुरल ढंग से सोच सके और इंसानों की भाषा के अलावा उनके द्वारा दिए गए संकेत और इशारों को भी समझ कर काम कर सकें।