अहमदाबाद के सिविल हॉस्पिटल में विविध केमिकल्स, ड्रग्स और जहर के असर की रिसर्च करने के लिए 10 करोड़ की लागत से देश का पहला राज्य स्तरीय स्टेट इन्स्टीट्यूट ऑफ टॉक्सिकोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर शुरू किया जाएगा। प्रस्तावित सेंटर में लेबोरेटरी, 24 घंटे कार्यरत हेल्पलाइन, एंटी डॉट बैंक और इमरजेंसी टॉक्सिकोलॉजी की चिकित्सा दी जाएगी।
इसके अतिरिक्त सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ को भी इसके बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा। सेंटर के कार्यकारी निदेशक के पद पर एलजी अस्पताल के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के सहायक प्राध्यापक को प्रतिनियुक्ति पर बीजे मेडिकल कॉलेज में नियुक्त करने का आदेश मनपा आयुक्त ने दे दिया है।
एलजी अस्पताल के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. तेजस प्रजापति ने रविवार को बताया कि राज्य के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में संपन्न बैठक में सिविल अस्पताल में 10 करोड़ रुपए की लागत से टॉक्सिकोलॉजी सेंटर शुरू करने तथा सेंटर के इंचार्ज के तौर पर मुझे नियुक्त- करने का निर्णय किया गया है।
अब सेंटर में लेबोरेटरी, हेल्पलाइन, एंटीडॉट बैंक और इमरजेंसी टॉक्सिकोलॉजी की चिकित्सा का प्रशिक्षण डॉक्टर और नर्सिंग स्टॉफ को दिया जाएगा। इससे गुजरात में बार-बार होने वाला गैस रिसाव, केमिकल एक्सपोजर, एवं पॉइजनिंग की घटना में मदद मिलेगी। आत्महत्या एवं किसानों पर होने वाले पेस्टिसाइड के असर को एन्टीडॉट देकर बचाया जा सकेगा।