प्रधानमंत्री ने असम के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि नीति सही हो, नीयत साफ हो तो नियति भी बदलती है. आज देश में जो गैस पाइपलाइन का नेटवर्क तैयार हो रहा है, देश के हर गांव तक ऑप्टिकल फाइबर बिछाया जा रहा है, हर घर जल पहुंचाने के लिए पाइप लगाया जा रहा है, वो भारत मां की नई भाग्य रेखाएं हैं.
मैं फिर एक बार इतनी सारी विकास योजनाओं के लिए, आत्मनिर्भर असम बनाने के लिए, भारत के निर्माण में असम के योगदान के लिए, हरेक असमवासी के कल्याण के लिए आज जो अनेक योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है, उसके लिए मैं एक बार फिर आप सबको बधाई देता हूं।
असम जैसा राज्य जहां चाय, पर्यटन, हैंडलूम और हैंडिक्राफ्ट आत्मनिर्भरता की बहुत बड़ी ताकत है। जब यहां के युवा इन स्किल्स को स्कूल-कॉलेज में ही सीखेंगे तो उससे बहुत लाभ होने वाला है।
असम सरकार यहां नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को जल्द से जल्द लागू करने की कोशिश कर रही है। इस नई शिक्षा नीति का लाभ असम को, यहां के जनजातीय समाज को, चाय बागान में काम करने वाले श्रमिक भाई-बहनों को सबसे ज्यादा होने वाला है।