राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने असम और बिहार में बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद करने की अपील की है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘असम और बिहार में बाढ़ प्रभावित सभी परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं.
सिर्फ असम में ही बाढ़ से 68 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है और 36 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. मैं सभी भारतीयों से अपील करता हूं कि इस बाढ़ की भयावह स्थिति में एक साथ आइए और प्रभावित लोगों की मदद के लिए किए जा रहे प्रयासों का सपोर्ट कीजिए.’
राजस्थान में जारी सियासी बवाल को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा, ‘कॉन्शियसनेस एक पार्टी टिकट नहीं हैं. किसी सर्वाधिकारवाद का खतरा क्या है? यह हर किसी को सह अपराधी बना देता है. अच्छा और बुरा, सरल और धृष्ट….’
राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच सचिन पायलट का यह ताजा ट्वीट सामने आया है. दरअसल, राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट आमने-सामने आ गए थे.
कांग्रेस केंद्रीय नेतृत्व ने अशोक गहलोत का दबाव बनाने के लिए सचिन पायलट को राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष पद और उपमुख्यमंत्री पद से भी हटा दिया है.
इस सियासी संकट के बीच सचिन पायलट ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम से भी बात की. बताया जा रहा है कि चिंदबरम ने सचिन पायलट को वापस कांग्रेस में आने का न्योता दिया और कहा कि बगावत भुला दी जाएगी. साथ ही सचिन पायलट को केंद्रीय नेतृत्व में पद देने का आश्वासन दिया गया है.
वहीं, राजस्थान में सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सूबे के राज्यपाल कलराज मिश्रा से मुलाकात की.
इस दौरान उन्होंने अपनी सरकार के बहुमत का दावा किया और 102 विधायकों की लिस्ट सौंपी. ट्राइबल पार्टी के दो विधायकों ने भी अशोक गहलोत सरकार को समर्थन देने का ऐलान किया है.
आपको बता दें कि असम और बिहार में बाढ़ से हालात गंभीर हो गए हैं. इस बाढ़ के चलते कई गांव डूब गए हैं, जिससे लाखों की संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं. इस बाढ़ में काफी लोगों की मौत भी हो चुकी है.