अरुणाचल प्रदेश में सेना के हेलिकॉप्टर क्रैश में 5 जवानों की मौत हो गई है। अब तक 4 शव बरामद कर लिए गए हैं। इस दुखद घटना की जांच शुरू हो गई है। खबर है कि हादसे से पहले एयर ट्रैफिक कंट्रोल यानी ATC को कॉल आया था, जिसमें तकनीकी खराबी की सूचना दी गई थी। 21 दिनों में यह तीसरा मौका है, जब कोई सैन्य उड़ान हादसे का शिकार हुई है।
शुक्रवार को भारतीय सेना का एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर (ALH) मिगिंग इलाके में क्रैश हो गया था। हादसे के तुरंत बाद ही भारतीय थल सेना और वायुसेना के दलों ने तलाशी अभियान और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था। हालांकि, घने जंगल और खड़ी पहाड़ों के चलते काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। खबरें थी कि घटनास्थल तक पहुंचने के लिए कोई सड़क मार्ग भी नहीं था।
घटना के वक्त हेलिकॉप्टर में पांच जवान सवार थे। इनमें से 4 के पार्थिव शरीर बरामद कर लिए गए हैं। वहीं, 5वें पार्थिव शरीर को खोजने का काम जारी है। बताया जा रहा है कि उस दौरान मौसम उड़ान के लिहाज से बेहतर था। साथ ही पायलट्स को मिलाकर 600 घंटे की AHL उड़ान का अनुभव था।
भाषा के अनुसार, सेना के हेलिकॉप्टर को एचएएल रुद्र के नाम से भी जाना जाता है, जिसने निचले सियांग जिले के लिकाबाली से उड़ान भरी थी। एचएएल रुद्र भारतीय सेना के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा निर्मित एक अटैक हेलिकॉप्टर है। तेजपुर स्थित रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल एएस वालिया ने कहा, ‘हेलिकॉप्टर में पांच सैन्यकर्मी सवार थे, जिनमें से चार के शव बरामद किए गए हैं। एक अन्य सैन्यकर्मी की तलाश जारी है।’