अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन के बाद अब राज्य सरकार का पूरा फोकस वहां चल रही विकास परियोजनाओं पर है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अयोध्या में चल रही तमाम विकास योजनाओं और सरकारी परियोजनाओं की समीक्षा की है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित किए जाने की आवश्यकता है. और अयोध्या के विश्वस्तरीय प्रचार-प्रसार की बेहतर योजना तैयार की जाए.
सीएम योगी आदित्नाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अयोध्या मंडल में संचालित विकास कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. इस दौरान मुख्यमंत्री के समक्ष अयोध्या के समेकित पर्यटन विकास का प्रस्तुतीकरण किया गया. प्रजेंटेशन देखने के बाद सीएम योगी ने जनहित में विभिन्न दिशा-निर्देश भी दिए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यानथ ने कहा कि अयोध्या के विकास में और गति आए इसके लिए हर स्तर पर त्वरित निर्णय लेकर सभी परियोजनाओं को निर्धारित समय-सीमा में पूरा करना आवश्यक है. पूरे विश्व में अयोध्या, भगवान श्रीराम जी की नगरी के रूप में जानी जाती है. अयोध्या धाम का पौराणिक महत्व है. इसलिए इसकी पुरातन संस्कृति को अक्षुण्ण रखते हुए अयोध्या को विकसित किया जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान कहा कि राज्य सरकार, अयोध्या में मूलभूत पर्यटन सुविधाओं सहित समग्र विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है. राज्य सरकार के प्रयासों में केन्द्र सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है. उन्होंने आगे कहा कि अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित किए जाने की आवश्यकता है. इससे जहां एक ओर पर्यावरण संतुलित रहेगा, वहीं दूसरी ओर इस पवित्र नगरी को एक नई पहचान मिलेगी.
सीएम योगी आदित्यननाथ ने कहा कि निर्माण कार्यों में स्थानीय स्थापत्य की झलक दिखनी चाहिए. उन्होंने अयोध्या के सभी घाटों को संरक्षित करते हुए इनका सौंदर्यीकरण किए जाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि गुप्तार घाट से नए घाट तक रिवर फ्रंट विकसित किया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि रिवर फ्रंट के विकास से अयोध्या में एक नवीन पर्यटन, आकर्षण स्थल उपलब्ध होगा.
समीक्षा बैठक के दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या में मल्टीलेवल पार्किंग ऐसी हो, जिससे इसका व्यावसायिक उपयोग किया जा सके. उन्होंने बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने की कार्यवाही तेजी से संचालित करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचकोसी, चौदहकोसी तथा चौरासीकोसी परिक्रमा मार्गों को इस प्रकार विकसित किया जाए, जिससे श्रद्धालु सुगमतापूर्वक परिक्रमा कर सकें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि निकट भविष्य में अयोध्या में देश-दुनिया से आने वाले पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि संभावित है. इसके दृष्टिगत अयोध्या में अच्छे होटलों के निर्माण को बढ़ावा दिया जाए.
अपनी बात को विस्तार देते हुए उन्होंने आगे कहा कि इससे जहां एक ओर पर्यटकों को सुविधा होगी, वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी सुलभ होंगे. उन्होंने कहा कि अयोध्या के विश्वस्तरीय प्रचार-प्रसार की बेहतर योजना तैयार की जाए. इसके साथ ही, अयोध्या में गाइड की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कार्यवाही प्रारंभ की जाए.