इराक की राजधानी बगदाद में अमेरिकी दूतावास से जुड़े अधिकारियों पर हुए हमले को लेकर अमेरिका ने इराकी सरकार से अपनी नाराजगी जाहिर की है। अमेरिका ने इराकी सरकार से कहा है कि अमेरिकी दूतावास से जुड़े कर्मियों पर हमलों को लेकर यदि वह गंभीर नहीं होता है और ठोस कार्रवाई नहीं करता है तो वह बगदाद स्थित दूतावास को खाली कर देंगे। अमेरिका के इस ऐलान के बाद इराकी सरकार सकते में आ गई है। वाशिंगटन पोस्ट ने कहा है कि अमेरिकी सरकार का कहना है कि बगदाद दूतावास से जुडे कर्मियों पर हो रहे हमलों को रोकने और उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी इराकी सरकार की है।
ट्रंप प्रशासन का यह फैसला दुखद, गैरकानूनी संगठनों में गलत संदेश जाएगा
उधर, अमेरिका के इस घोषणा के बाद इराक सरकार ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। इराक के प्रधानमंत्री मुस्तफा अल कदीमी ने प्रवक्ता अहमद मुल्ला तलाल ने कहा है कि ट्रंप प्रशासन को यह फैसला बेहद दुखद और निराश करने वाला है। उन्होंने अमेरिकी प्रशासन से अनुरोध किया है वह अपने फैसले पर पुनर्विचार करे। तलाल ने कहा अमेरिका के इस फैसले से गैरकानूनी संगठनों में गलत संदेश जाएगा। इससे उनके हौसले बढ़ेंगे। इस फैसले का नकारात्मक असर पड़ेगा।
माइक पोम्पिओ ने इराक के राष्ट्रपति ब्राहम सालिह को दी जानकारी
एक अधिकारी ने बताया कि अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने इराक के राष्ट्रपति ब्राहम सालिह और इराक के प्रधानमंत्री मुस्तफा अल कदीमी को इसकी जानकारी दी है। हालांकि, अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि इस फैसले पर व्हाइट हाउस ने हस्ताक्षर किए हैं कि नहीं। बगदाद में दो पश्चिमी अधिकारियों ने भी रिपोर्ट किया है कि उनके देश के राजनयिक मिशन को निर्णय के बारे में सूचित किया गया था।
दूतावास या अमेरिकी सैनिकों को बनाया गया निशाना
बता दें कि इराक में अमेरिकी दूतावास या या इराक में तैनात 5,200 अमेरिकी सैनिकों को निशाना बनाते हुए करीब 20 हमले हो चुके हैं। इराक के कट्टरपंथी गुट हशद अल शाबी के ईरान समर्थित गुट हरकत अल-नुजाबा ने कुछ महीने पूर्व कहा था कि अमेरिकी सैनिकों को अपने देश से बाहर करने के लिए उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। इसके कुछ घंटों के बाद ही अमेरिकी दूतावास पर हमला हुआ था। वर्ष 2019 के अंतिम महीन में उत्तरी इराक बेस पर रॉकेट हमले में एक अमेरिकी कॉन्ट्रैक्टर मारा गया था। अमेरिका ने पश्चिमी इराक में कट्टरपंथी गुट हशद अल शाबी के खिलाफ जवाबी हमला किया था।